अधिक तापमान से वसंत कालीन मक्का को रखें सुरक्षित: डाॅ. वी के. सचान

मेरठ : उच्च तापमान जायद फसलों के लिए भी घातक है इस क्षेत्र में बढ़ते तापमान से मक्का की फसल को सुरक्षित रखने हेतु किसानों के लिए डॉ. वी के सचान उप कृषि निदेशक शोध अलीगढ़ ने बताया कि ऐसी दशा में फसल को उच्च तापमान से बचाने के लिए किसान भाइयों को चाहिए कि खेत मे 25 प्रतिशत नमी बनाए रखें क्योंकि भूमि में पर्याप्त नमी रहने पर खेत की जलवायु में नमी बनी रहती है और फसलों पर गर्मी का कुप्रभाव कम पड़ता है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि मई और जून के प्रथम सप्ताह के दौरान यदि मक्का में पुष्पन की शुरुआती होती है तो ध्यान रखे कि पुष्पन से लेकर अगले चार सप्ताह तक खेत मे सिचाई करके खेत मे सदैव 25 प्रतिशत नमी बनाये रखे और सुनिश्चित्त करे कि खेत को एक भी दिन सूखा न छोड़े।
परागण प्रक्रिया के दौरान परागकण पौधे के ऊपर स्थित बाली से हवा में लहराते हुए भुट्टे के रेशम में जा बैठता है और बाद में इसी रेशम के माध्यम से दानो का निर्माण होता है परंतु जब तापमान अधिक हो जाता है जिससे गरम हवायें चलने लगती है जो कि खेत में नमी कम होने के कारण यही गरम हवाएं भुट्टे में दाने बनने की प्रक्रिया बाधित करती है और भुट्टों में दानें नही बनते इसी अवस्था मे यदि खेत मे सिंचाई कर दी जाए तो खेत के अंदर नम व आद्र्र वातावरण का निर्माण होता है जिससे बाहर से आने वाली गरम हवाए खेत के अंदर आते ही नम व ठंडी हो जाती है और परागकणों को नुकसान नही पहुचा पाती जिससे भुट्टों में दाने बनने में कोई बाधा नही होती है
अधिक तापमान से वसंत कालीन मक्का को सुरक्षित रखने के लिए 6 से 7 दिन के अंतराल पर सिंचाई करते रहे, सिंचाई का कार्य सुबह अथवा शाम को करें तथा नियमानुसार जो संस्तुत उर्वरक देने बाकी हो उनका प्रयोग नमी में ही करें नींबू बहुवर्षीय फल है फिर इस वर्ष नींबू कहाँ गया जो इतनी कमी हो गयी दरसल बढ़ते तापमान के कारण इस वर्ष नींबू के फूल ही झड़ गए और फलत नहीं हुयी परिणाम यह हुआ कि नींबू महंगा हो गया।

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