सरकार का ध्यान देशी देने वाले पशुओं  से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने पर  -संजीव बालियान
पश्चिमी यूपी के 17हजार डेयरी किसानों द्वारा बनाई गई और स्वामित्व वाली संगठन हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी का उद्घाटन केंद्रीय मत्स्य पालन पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री ने  किया गया

 मेरठ। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान ने रविवाार को  पश्चिमी यूपी के 17 हजार से अधिक दूध उत्पादकों के स्वामित्व वाली इकाई हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी हरित प्रदेश का उद्घाटन करते हुए कहा की सरकार किसानो द्वारा खुद का संगठन बनाने की पहल में उनका समर्थन करेगी।
उन्होंने क्षेत्र के 7 जिलों के किसानों को सशक्तिकरण और उद्यमिता के अर्थ को सही मायने में प्रदर्शित करने के लिए बधाई दी।डॉ. बालियान ने कहा कि सरकार एचएमपीपीसी को इस प्रकार वर्णित करने वाली पहलों का समर्थन करेगी ।यह एक नयी सहकारी संस्था की तरह है यह एक कंपनी नहीं वास्तव में यह एक किसान संगठन है  इसमें राजनीति या भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है ऐसी संस्थाओं पर ध्यान  रखा जाएगा जिससे की वे हैं किसानों के हित में काम करें।



उन्होंने कहा  सरकार का ध्यान देशी दूध देने वाले पशुओं से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने पर है और इस उद्देश्य के लिए पूरे देश में किसानों को मुफ्त में कृत्रिम गर्भाधान प्रदान किया जाएगा। सरकार 4500 पशु चिकित्सा एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराएगी, जिनमें से एक बड़ी संख्या उत्तर प्रदेश की होगी।
 उन्होंने  कहा अपने सदस्यों-शेयरधारकों से गुणवत्तापूर्ण दूध प्राप्त करने के उद्देश्य से एचपीएमपीसी कि स्थापना 26 अक्टूबर,2021 को किया गया यह पहल कंपनी अधिनियम 2013 में निहित प्रावधानों के आधार पर है जिसमे व्यावसायिक उद्यम को सहकारिता के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों के समान पारस्परिक सहायता सिद्धांतों पर चलने में सक्षम बनाता है।    



9 राज्यों में किसानों द्वारा बनाई गई ऐसी संस्थाओं की सूची में यह हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी ऐसा 19 वां संगठन है। ये उत्पादक कंपनियां सामूहिक रूप से लगभग 7.5 लाख डेयरी किसानों के स्वामित्व में हैं, जो प्रति दिन 40 लाख लीटर से अधिक दूध संकलन करती हैं। उद्घाटन के क्रम से पहले ही एचपीएमपीसी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 7 जिले मुजफ़्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, सहारनपुर, हापुड़, शामली और बिजनौर के 1400 से अधिक गांवों में अपना विस्तार कर वर्तमान में प्रतिदिन 150,000 लीटर दूध एकत्र कर रही है। अगले 5 वर्षों में यह संस्था 1ण्5 लाख दूध किसानो को जोड़ते हुए प्रतिदिन 5 लाख लीटर दूध संकलित करते हुए 1000 करोड़ रुपयों के व्यापर लक्ष्य को प्राप्त करेगी।
राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह ने कहा एनडीडीबी परिवार डेयरी किसानों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनाने और उनके चेहरे पर एक स्थायी मुस्कान लाने के लिए हर दिन तत्पर है। एनडीडीबी और उसकी सहायक कंपनियां एनडीडीबी डेरी सर्विसेज और मदर डेयरी ने मंत्री  के प्रयासों को सकारातमक रूप प्रदान करने में मदद कर रही है देश भर के राज्यों जैसे राजस्थान गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश में किसानों के स्वामितित्व वाली 19 संस्थाएं बनायीं है।
इस अवसर पर राजेन्द्र अग्रवाल लोकसभा सदस्य, विजय पाल सिंह तोमर, राज्यसभा सदस्य, भोला सिंह, लोकसभा सदस्य, कांता कर्दम, राज्यसभा सदस्य और प्रदीप कुमार चौधरी, लोकसभा सदस्य, साथ ही  सुरेंद्र सिंह मंडलायुक्त मेरठ उपस्थित थे, जिन्होंने इस अवसर पर सराहनीय सामूहिकता और उद्यमी पहल के लिए क्षेत्र के दुग्ध किसानों की भरपूर प्रशंसा की।
 
 

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