स्वांगशाला ने दी सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि
रंगकर्मियों ने ऑनलाइन जुड़कर लता जी के गीतों को गुनगुनाते हुए उन्हें याद किया
मेरठ - सुप्रसिद्ध रंगमंच संस्था स्वांगशाला ने स्वर कोकिला को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वांगशाला ने उनकी याद में वर्चुअल सम्मेलन करके उनके गाए गीतों को गुनगुनाया। स्वांगशाला के वरिष्ठ रंगकर्मी भारत भूषण शर्मा और अनिल शर्मा ने इस वर्चुअल सभा में उनकी जीवन यात्रा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वर कोकिला, भारत रत्न आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक लता जी का अमूल्य योगदान चिर काल तक याद रखा जाएगा। वर्चुअल श्रद्धांजलि में गाए उनके गाए देशभक्ति के अमर गीत ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी को तो सुनकर सभी भाव-विभोर हो गए और ईश्वर से उन्हें श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की। स्वांगशाला की चेयरपर्सन डॉ सुधा शर्मा ने लता जी के गीतों को अमर गीत बताते हुए कहा कि लता जी का नाम सदा सदा के लिए अमर हो गया है।
इस अवसर पर रंगकर्मी, हेमंत गोयल, योगेश समदर्शी, सुनील सैनी, राशिद, मंजीत, विशाल, रूपाली, सीमा और पृथ्वी समेत अन्य रंगकर्मी शामिल रहे।
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