तुम्ही तो अंतर्यामी प्रभुजी
तुम्ही वो परमेश्वर हो
फंस जाती जब नाव भंवर मे
मांझी बन तुम आते हो
मन की व्यथा जानकर प्रभु जी
नैया पार लगाते हो
तुम्ही तो============
जान वेदना प्रभु राम की
सागर लांघ गए थे तुम
उड़ पहुंच लंका को जला कर
सिया मां की खोज लगाए हो
तुम्ही तो==============
दशा देख लक्ष्मण भैया की
पर्वत पर्वत और गगन में
उड़ संजीवन बूटी लाकर
लक्ष्मण के प्राण बचाए हो
तुम्ही तो=========.
अंधकार जब घिर आता है
पथ रोके तुफानी आंधी
तब प्रकाश पुंज बन आते
संकट मोचन कहलाते हो
तुम्ही तो==========
जब जब भीर पड़ी भक्तों पर
विपदाओं ने घेरा हो
तब तुम धीर बंधा कर प्रभुजी
दुख भंजन कहलाते हो
हनुमान कहलाते हो
तुम्ही तो====.====..
No comments:
Post a Comment