लिबे्रलाइजेनशन,प्राइवेटाइजेशन एण्ड बेलाइजेशन से भारत में हुए औद्योगिक विकास को समझाया
मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कामर्स एण्ड मैनेजमेंट के एमबीए विभाग में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय, ‘‘थर्टी इयर्स ऑफ, लिबे्रलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन एण्ड ग्लोबेलाइजेशन: एक्सपीरियंस एण्ड लैसंस रहा।’’
सेमिनार का आरम्भ माँ शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया। संकायध्यक्ष डाॅ0 सतीश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डाॅ0 एचएस सिंह, प्रो0 वाइस चांसलर डाॅ0 दीपा शर्मा, एवं मुख्य वक्ताओं का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान करके किया। अपने स्वागत भाषण में डाॅ0 आफताब अहमद, विभागाध्यक्ष एम0बी0ए0 ने लिबे्रलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की आॅर्गेनाजर डाॅ0 निकिता सिंघल ने आरम्भ भाषण प्रस्तुत किया। कुलपति डाॅ0 एचएस सिंह ने भारत में प्राइवेटाइजेशन एवं ग्लोबलाइजेशन के विकास को समझाया। डाॅ0 सतीश कुमार सिंह ने भारत वर्ष में हुए पिछले तीस वर्ष के आर्थिक उन्नति के बारे में विस्तार से चर्चा की।
सेमिनार के रिसोर्स पर्सन सैय्यद मौ0 फहाद, हैड एण्टरप्राइज बिजनस, रिलायंस, जियो एवं इंजीनियर पंकज गुप्ता, डायरेक्टर पाॅवर टैक इंजीनियर लि0, ने बताया कि किस प्रकार लिबे्रलाइजेनशन प्राइवेटाइजेशन एण्ड ग्लोबेलाइजेशन के कारण भारत में औद्योगिक विकास हुआ है। किस प्रकार पिछले तीस सालों में लघु एवं मध्यम उद्योगों का विकास संभव हुआ है, यह भी जानकारी छात्रों को दी गयी। उन्होंने आपने भाषण में कहा कि इसी कारण आज नये-नये स्टार्ट-अप के युग का सूत्रपात हुआ है। कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्वाइंट सेक्रेटरी पूजा शर्मा एवं ब्रजेश कुमार, संतराम सिंह, डाॅ0 नीरज गुप्ता का महत्पूर्ण योगदान रहा।

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