2641 पंजीकरण कर मेरठ जिला प्रदेश में दूसरे नम्बर पर, शहरी क्षेत्र में 805 पंजीकरण कर पहला स्थान


 मेरठ, 9 सितम्बर 2021।  प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) ‘सप्ताह’ के दौरान पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण कराने के मामले में मेरठ मंडल प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा। मेरठ  मंडल  द्वारा इस दौरान कुल 10168 पात्र लाभार्थियों के पंजीकरण किये गये, वहीं जिला स्तर पर मेरठ ने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। जनपद मेरठ ने इस दौरान 2641 पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण किया। शहरी क्षेत्र में मेरठ जिले ने 805 पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण प्रदेश रैकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।



मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश मोहन  ने पीएमएमवीवाई प्रकोष्ठ को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने बताया-एक से सात सितम्बर तक चले इस अभियान की प्रदेश स्तर पर रैंकिंग की गई। इसमें मेरठ मंडल ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस दौरान 10168 पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया। जिला स्तर मेरठ ने 2641 पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण कर प्रदेश में दूसरे स्थान हासिल किया है। शहरी क्षेत्र में मेरठ ने 805 पात्र गर्भवती व धात्री लाभार्थियों का पंजीकरण कर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। जिले के ब्लॉक सरधना ने 230  पंजीकरण कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। रजपुरा ने 229 पंजीकरण व हस्तिनापुर ब्लॉक ने 210 पंजीकरण कर दूसरा व तीसरा स्थान पाया है।



योजना की नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा ने बताया पहली बार गर्भवती-धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और पोषण के लिए पूरे देश में चलायी जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को गति प्रदान के लिए प्रदेश में एक से सात सितम्बर तक मातृ वंदना ‘सप्ताह’ मनाया गया। इस ‘सप्ताह’ को एक उत्सव के रूप में मनाया गया, जिसके तहत ‘सप्ताह’ के हर दिन अलग-अलग गतिविधियाँ आयोजित की गयीं।

योजना की जिला कार्यक्रम समन्वय रिचा श्रीवास्तव बताया-सिफ्सा की अधिशाषी निदेशक व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन.उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय के निर्देश पर ‘सप्ताह’ की निर्धारित गतिविधियों के अनुरूप ‘सप्ताह’ मनाया गया। इस दौरान सबसे अधिक फोकस जागरूकता के साथ-साथ प्रथम बार गर्भवती हुईं महिलाओं के पंजीकरण करने पर रहा।

योजना का कार्य जारी रहेगा

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक रिचा श्रीवास्तव ने बताया- बेशक योजना के ‘सप्ताह’ का समापन हो गया है लेकिन योजना का कार्य अनवरत रूप से जारी रहेगा। योजना के प्रकोष्ठ कार्यालय में पात्र लाभार्थी पंजीकरण करा सकते हैं। आशा एएनएम भी योजना के लिए पूर्व की भांति कार्य करती रहेंगी।

योजना के तहत तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नोडल अधिकारी ने बताया- पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है । बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए। पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं । प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं ।


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