मेरठ ।कोरोना संक्रमण के चलते मेरठ-सहारनपुर मंडल में चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के दो लाख 68 हजार 319 छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोशन मिलेगा। बीते वर्ष की तरह इस बार भी प्रथम-द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं नहीं हो सकेंगी। विवि केवल फाइनल इयर के एक लाख छह हजार 904 स्टूडेंट की परीक्षाएं कराएगा। विवि ने कोर्स और वर्ष के स्टूडेंट के डाटा पर काम शुरू कर दिया है, लेकिन अंतिम निर्णय एवं कार्रवाई शासनादेश मिलने पर होगा। कुलपतियों की तीन सदस्यीय समिति की सिफारिशों के आधार पर विवि ने अपनी तैयारी शुरू की हैं। 3.75 लाख छात्र-छात्रा थे इस वर्ष पंजीकृत सत्र 2020-21 की मुख्य परीक्षा में तीन लाख 75 हजार 223 छात्र-छात्राओं को पेपर देने थे। विवि केवल दो पेपर ही कराया पाया था। इसके बाद कोरोना संक्रमण से समस्त परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी। चूंकि समिति ने प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षाओं को इस बार भी नहीं कराने की संस्तुति की है, ऐसे में दो लाख 68 हजार 319 स्टूडेंट को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमेाशन मिलना तय है। समिति की यह है सिफारिश समिति ने केवल फाइनल इयर की परीक्षाएं कराने को कहा है। परीक्षा का पैटर्न क्या होगा, यह विश्वविद्यालयों पर छोड़ा गया है। सीसीएसयू में पहले से ही फाइनल इयर के पेपर ऑब्जेक्टिव पैटर्न पर हैं। ऐसे में यहां बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है। हालांकि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी परीक्षा दो घंटे के बजाय डेढ़ घंटे की हो सकती है। सवालों की संख्या भी सौ से कम की जा सकती है। समिति ने पिछले वर्ष प्रथम वर्ष से प्रमोशन पाकर द्वितीय वर्ष में पहुंचे और इस बार फिर से प्रमोशन पाकर फाइनल में आने वाले छात्रों की अगले साल दो परीक्षाओं की सिफारिश की हैं। यानी ऐसे छात्रों को फाइनल इयर के साथ द्वितीय वर्ष के पेपर भी देने होंगे। इसके दायरे में केवल स्नातक के छात्र ही आएंगे। अगले साल दो परीक्षा बनेगी चुनौती समिति की सिफारिशों के हिसाब से इस बार सेकेंड इयर में पंजीकृत एक लाख 30 हजार 275 छात्रों को फाइनल में प्रमोशन तो मिल जाएगा, लेकिन इन्हें अगले वर्ष द्वितीय एवं फाइनल के पेपर भी देने होंगे। द्वितीय वर्ष के नंबरों से ही प्रथम वर्ष के नंबर दिए जाएंगे। हालांकि विवि और स्टूडेंट दोनों के लिए दो परीक्षा बड़ी चुनौती होगी। छात्र दो वर्ष की परीक्षाएं देने पर सहमत नहीं होंगे। ऐसे में विवि को मुख्य परीक्षा से पहले द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं करानी पड़ सकती हैं। छात्र जिनको मिलेगा प्रमोशन
कोर्स वर्ष परीक्षार्थी
बीए प्रथम 78649 बीए द्वितीय 90958 बीकॉम प्रथम 14861 बीकॉम द्वितीय 16031 बीएससी फिजि प्रथम-द्वितीय 352 बीएससी प्रथम 12313 बीएससी द्वितीय 16698 एमए प्रथम 21256 एमकॉम प्रथम 6481 -------------------------------- -एक्स, बैक, श्रेणी सुधार भी शामिल
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