बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वाबलंबन के लिए नारी चौपाल आयोजित


नारी चौपाल में 21 मिनट की “स्वशक्ति” फिल्म भी दिखाई गई


 




गाजियाबाद, 02 मार्च, 2021। जनपद में मिशन शक्ति के तीसरे चरण के दूसरे दिन मंगलवार को मुरादनगर क्षेत्र के अबूपुर गांव ‌स्थित प्राथमिक विद्यालय में नारी चौपाल का आयोजन किया गया। यह आयोजन मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अस्मिता लाल के निर्देशन में बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वाबलंबन के लिए किया गया। नारी चौपाल के दौरान 21 मिनट की फिल्म “स्वशक्ति- एन इंस्पिरेशन टू एवरी गर्ल” भी दिखाई गई। आयोजन के दौरान स्कूल मैनेजमेंट कमेटी की महिला सदस्यों के अलावा गांव की महिलाएं और विद्यालय का स्टाफ मौजूद रहा। फिल्म “स्वशक्ति” देखने के बाद नारी चौपाल का माहौल काफी संजीदा हो गया। 
दरअसल इस शॉर्ट फिल्म में चार कहानियां एक साथ चलती हैं। पूरी फिल्म में एक भी संवाद नहीं है लेकिन फिर भी इस फिल्म में शामिल चारों कहानियां बहुत ही गंभीर संदेश छोड़ती। एक कहानी में घर में पढ़ने वाली बच्ची को पढ़ने नहीं दिया जाता, पढ़ाई के समय उससे घर का काम कराया जाता है, जबकि उसके भाई को माता-पिता हर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास करते हैं। लेकिन जब परीक्षा का परिणाम आता है बच्ची अच्छे नंबरों से पास होती है और उसका भाई फेल हो जाता है। दूसरी कहानी में एक बच्ची परिस्थितयों से लड़ते हुए खेल में रुचि रखती है और एक दिन वालीबॉल की नेशनल टीम में फर्स्ट रैंक हासिल कर लेती है। तब बच्ची के साथ किए गए बर्ताव पर प्रायश्चित करते हुए परिजन उसे अपने गले से लगा लेते हैं। 
तीसरी कहानी में एक बच्ची को स्कूल जाते समय मनचले परेशान करते हैं, लेकिन बार-बार यह सब झेलने के बाद स्कूल बैग नीचे रखकर अपने दोनों हाथों में एक-एक पैन लेकर अड़ियल रुख अपना लेती है तो मनचले उसमें दुर्गा और काली का रूप देखते हुए भाग खड़े होते हैं। चौथी कहानी दहेज प्रथा पर वार करने वाली है, जिसमें एक युवती का विवाह प्रस्ताव दहेज की सूची पूरी न हो पाने के कारण खारिज कर दिया जाता है, फिर एक दिन जब वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाती है तो वही प्रस्ताव खुद खारिज कर दहेज प्रथा पर करारा प्रहार करती है।चौपाल में महिलाओं को सुरक्षा एवं संरक्षा ,यौन हिंसा घरेलू हिंसा , आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई तथा सभी को हेल्पलाइन नंबरों तथा उनके उपयोग की जानकारी दी गई।
बता दें कि मिशन शक्ति के तीसरे चरण में महिला कल्याण विभाग और बाल विकास सेवा एवं पुष्‍टाहार विभाग के संयुक्‍त तत्वावधान में एक मार्च से ‘सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार’ थीम पर नारी चौपाल कार्यक्रमों को आयोजन किया जा रहा है।  इसके तहत महिलाओं और बच्चों को अपने हक़ की लड़ाई में प्रभावी संचार की भूमिका के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
पहले दिन सोमवार को महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह इस चरण की शुरुआत करने जनपद में पहुंची थीं। वह उच्च प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर के प्रांगण में मीना मंच के अंतर्गत महिला एवं बाल अधिकारों पर आधारित नारी चौपाल में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहीं। मंगलवार को आयोजित नारी चौपाल के दौरान महिलाओं एवं बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया और जरूरी हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई।

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