मेरठ। दिल्ली-रूडकी बाईपास स्थित वेंक्टेश्वरा संस्थान में अन्तर्राष्ट्रीय सामाजिक न्याय दिवस पर शिक्षा ही समानता एवं सामाजिक न्याय की धुरी विषय पर एकदिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने एक सुर में केवल शिक्षा द्वारा ही जातिवाद, धर्मवाद, नस्लवाद, रंगभेद, लिंग भेद, बेरोजगारी, आर्थिक एवं सामाजिक असमानता को जड़ से मिटाये जाने की वकालत की।
इसके अलावा इन सामाजिक वैश्विक बुराईयों से लड़ने के लिए सरकारी प्रयासो के साथ-2 आम आदमी को भी अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने का आवाहन करते हुए संस्थान में जागरुकता रैली निकालकर विश्व कल्याण के साथ सभी को समानता एवं सामाजिक न्याय की शपथ भी दिलायी गयी।
संस्थान के डॉ सीवी रमन सभागार मे लॉ एवं समाज शास्त्र विभाग की ओर से शिक्षा ही समानता एवं सामाजिक न्याय की धुरी सेमीनार का शुभारम्भ वेंक्टेश्वरा समूह के चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी एवं कुलपति प्रो पीके भारती ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाने का उददेश्य वैश्विक स्तर पर फैली कुरीतियो, रंगभेद, नस्लभेद, लिंगभेद, जातिवाद, धर्मवाद को मिटाकर पूरे विश्व में समानता, एकता, एवं शान्ति व भाईचारे का संदेश स्थापित करना है। केवल शिक्षा द्वारा ही इन कुरीतियों से लडकर एक मजबूत राष्ट्र/विश्व का निर्माण सम्भव है। प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी ने कहा कि यूनाईटेड नेशन समेत पूरे विश्व में लाखो स्वयंसेवी/शैक्षणिक संस्थाऐ समानता एवं सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड रही है। विभिन्न देशो की सरकार भी इस दिशा में लगातार काम करा रही है। लेकिन जब तक सक्षम आम आदमी इस मुहिम का हिस्सा नहीं बनेगा, तब तक प्रत्येक व्यक्ति (जो समाज की मुख्य धारा से अलग थलग है) को न्याय मिलना सम्भव नहीं है। इसके बाद संस्थान परिसर मे सामाजिक न्याय एवं समानता के लिए जागरुकता रैली आयोजित की गयी। एकदिवसीय सेमीनार को कुलपति प्रो पीके भारती, कुलसचिव प्रो पीयूष पाण्डे, डॉ ऐना ब्राउन ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर संयुक्त कुलसचिव डॉ राजेश सिंह, उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा अलका सिंह, नेहा बंगा, दिव्या दिनेशन, अफजल खान, नूर मौहम्मद, कुलदीप, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।
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