छुट्टी के दिन स्वास्थ्य केंद्र जाकर दोनों आयोजनों का लाभ लेने का अच्छा अवसर

खुशहाल परिवार दिवस पर परिवार नियोजन की जानकारी लें और स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य लाभ


नोएडा, 20 फरवरी 2021। फरवरी महीने में 21 तारीख को रविवार होने के चलते स्वास्थ्य की दृष्टि से एक ऐसा  संयोग बना है कि इस दिन मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला और खुशहाल परिवार दिवस एक साथ मनाया जाएगा। छुट्टी वाले दिन इन दोनों कार्यक्रमों  का आयोजन एक साथ होने का लाभ लेने का अच्छा अवसर है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी ने कहा कि कार्य दिवसों में व्यस्त रहने वाले लोग छुट्टी होने का लाभ अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर ले सकते हैं। उन्हें इस बार मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला और खुशहाल परिवार दिवस का लाभ एक साथ मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मेला में जहां बीमारियों के उपचार की सुविधा मिलेगी वहीं खुशहाल परिवार दिवस पर परिवार नियोजन के लिए बेहतर साधन चुनने का अवसर भी मिलेगा। डा. ओहरी ने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन रविवार के दिन इसी लिए किया जाता है ताकि जो लोग कार्य दिवसों के दौरान स्वास्थ्य केंद्र नहीं जा पाते हैं वह निशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें।
 परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. नेपाल सिंह ने बताया खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपी टीएसयू) के सहयोग से परिवार नियोजन के लिए काउंसिलिंग की जाती है। दंपति को “बॉस्केट ऑफ च्वाइस” के जरिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में किसी एक को चुनने का अवसर दिया जाता है।  परिवार नियोजन के सभी साधन निशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं। शासन से मिले निर्देशों के मुताबिक इस आयोजन का उद्देश्य हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी), एक वर्ष के दौरान शादी करने वाले दंपति और तीन या उससे अधिक बच्चों वाले दंपति को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी देना और उनकी इच्छा के मुताबिक जरूरी साधन उपलब्ध कराना है। 
डा. सिंह ने बताया खुशहाल परिवार दिवस पर दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी जाती है। महिलाओं को  गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, आईयूसीडी और पीपीआईयूसीडी की सुविधा निशुल्क मुहैया कराई जाती है। इसके साथ ही अपना परिवार पूरा कर चुके योग्य दंपति को परिवार नियोजन के स्थाई साधन (नसबंदी) अपनाने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन का मतलब जनसंख्या नियंत्रण कतई नहीं है, बल्कि परिवार नियोजन वह विधि है जिसे अपनाकर दंपति अपनी इच्छा और संसाधनों के मुताबिक अपने परिवार की योजना बना  सकें।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि टीएसयू द्वारा परिवार नियोजन के लिए लगातार लोगों की काउसंलिग की जा रही है। जरूरत के अनुसार लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधन उपलब्ध कराए जाते हैं। परिवार नियोजन विशेषज्ञ के मुताबिक वर्ष 2019-20 में 2303 महिलाओं और वर्ष 2020-21 में जनवरी तक 1336 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की  वहीं वर्ष 2019-20 में 80 पुरुषों और वर्ष 2020-21 में जनवरी तक 12 पुरुषों ने नसबंदी करायी है। वर्ष 2021 में जनवरी तक 5016 महिलाओं ने आईयूसीडी, 2468 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनायी जबकि 772 महिलाओं ने गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया  है।


 



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