मेरठ। शुक्रवार को नंगलामल चीनी मिल द्वारा माछरा ग्राम में बसन्तकालीन गन्ना बुवाई जागरूकता गोष्ठी व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बसन्तकाल में गन्ने की उन्नतशील खेती हेतु बुवाई की विधि, सन्तुलित उर्वरक का प्रयोग, सिंचाई जल प्रबन्धन व गन्ने की उन्नतशील प्रजातियों की जानकारी दी ।
कीट वैज्ञानिक डा. गजे सिंह ने गन्ने में लगने वाले लाल संडन रोग, पोक्का बोइंग रोग की जानकारी देने के साथ गन्ने में समन्वित कीट प्रबन्धन के विषय में जानकारी दी। उप गन्ना आयुक्त, राजेश मिश्र ने गन्ना कृषकों के हित में केन्द्र सरकार द्वारा गन्ना कृषकों के हित में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन व राज्य सरकार द्वारा सचालित जिला योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी । जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यन्त कुमार ने गन्ने की बुवाई हेतु बीज स्वंय तैयार करने, गन्ने की बुवाई चार से पांच फुट के अन्तराल पर टै्रन्च विधि से करने, बीज गन्ने के टुकडों को थियोफिनेट मिथाइल से करने के साथ अतिरिक्त आय हेतु सहफसली खेती करने की भी सलाह दी । जिला उद्यान अधिकारी आर.एस. राठौर द्वारा सिंचाई जल की बचत हेतु गन्ने में ड्रिप सिचाई पद्धति अपनाने की सलाह दी गयी ।
गोष्ठी में गन्ने की प्रजाति को. 0238 में प्रदेश के कतिपय क्षेत्रों में लाल सड़न रोग के दृष्टिगत गन्ने की अन्य अगेती प्रजाति को. 0118 अपनाने की सलाह दी गयी। इसके साथ भविष्य में इस समस्या से उबरने हेतु ÓÓको. 0238 के साथ भी, को. 0238 के बादÓÓ भी नामक गन्ना कृषक जागरूकता अभियान का शुभारम्भ उप गन्ना आयुक्त, मेरठ राजेश मिश्र द्वारा किया गया ।
गोष्ठी में उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र व नंगलामल चीनी मिल के गन्ना महाप्रबन्धक एल.डी. शर्मा द्वारा गन्ने की फसल में ड्रिप सिंचाई अपनाने वाले 21 गन्ना कृषकों को प्रशस्ति पत्र व शॉल देकर सम्मानित किया गया।
गोष्ठी के साथ ही कृषकों की जागरूकता हेतु गन्ना प्रदर्शनी भी लगाई गयी । प्रदर्शनी में गन्ना विकास परिषद, नंगलामल द्वारा आकर्षक विभागीय स्टाल लगाया गया । आगन्तुक कृषकों को प्रचार साहित्य भी वितरित किया गया। इसके अतिरिक्त नेटाफेम द्वारा गन्ने में ड्रिप सिंचाई व सहफसली खेती का डेमो प्रदर्शन किया गया। गोष्ठी में नंगलामल चीनी मिल के गन्ना महाप्रबन्धक एल.डी.शर्मा, सम्भागीय विख्यापन अधिकारी, उपेन्द्र सिंह, चीनी मिल के गन्ना प्रबन्धक जयवीर सिंह व हरिओम शर्मा, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, नंगलामल अमित कुमार, सचिव गन्ना समिति, मेरठ पुष्पेन्द्र सिंह ने भी बसन्तकालीन गन्ना बुवाई पर अपने विचार प्रस्तुत किये। गोष्ठी का संचालन नंगलामल चीनी मिल गन्ना प्रबन्धक एस.पी.सिंह ने किया। गोष्ठी में महिला गन्ना कृषकों सहित भारी संख्या में गन्ना कृषक उपस्थित रहे।
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