मेरठ। उत्तराखंड में चमोली जिले के तपोवन और जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से हुई घटना के बाद मेरठ तक हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, तपोवन में नेटवर्किंग का काम करने गए मेरठ के 10 कर्मचारी घटना के बाद से लापता हैं। जिसके बाद जहां परिवार के लोग उनकी सलामती की दुआएं कर रहे हैं। वहीं, ठेकेदार अधिकारियों की मदद से लापता लोगों को ढूंढने में जुटा हुआ है। दरअसल, गंगानगर के कसेरूखेड़ा खटकाना पुल के निकट रहने वाले सौरभ प्रजापति ने उत्तराखंड में जिओ मोबाइल कंपनी से टावर पर नेटवर्किंग जोड़ने का ठेका लिया हुआ है। सौरभ के मुताबिक चार फरवरी को उनकी कंपनी का सुपरवाइजर रोहित नौ कर्मचारियों को लेकर उत्तराखंड गया था। घटना वाले दिन सुबह साढ़े नौ बजे सौरभ की आखरी बार अपने कर्मचारियों से बात हुई थी। इसके बाद से रोहित और प्रदीप, बालक राम, अतुल, सुभाष, महिपाल, सनी दत्त, थान सिंह, कविंद्र सिंह सहित दस व्यक्ति लापता हैं। घटना के बाद से लापता युवकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। ठेकेदार सौरभ के मुताबिक वह उत्तराखंड के अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। हालांकि अभी किसी भी व्यक्ति के विषय में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। बताते चलें लापता व्यक्तियों में कुछ लोग मेरठ के रहने वाले हैं, जबकि कुछ अमरोहा के निवासी हैं।
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