मेेरठ। आम आदमी पार्टी ने स्मार्ट मीटरों के गड़बड़ होने तथा उपभोक्ताओं से कई गुना अधिक बिल की वसूली को मुद्दा बनाया। जो काफी हक सही है। आम आदमी पार्टी ने इसके लिए प्रदेश व्यापी आंदोलन की तैयारी कर ली। आम आदमी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट मीटरों के खिलाफ आवाज बुलंद की और कहा कि सरकार.विभाग उपभोक्ता हित में फैसला लें। स्मार्ट मीटरों को तुरंत हटाए और उपभोक्ताओं से हुई अधिक बिल की वूसली को ब्याज समेत वापस किया जाए। जिमखाना मैदान स्थित अपार चैंबर में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने आंदोलन की रणनीति बनाई। इसमें जिलेभर से पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे। जिला महासचिव अभिषेक द्विवेदीए गौहर रजा सिद्दीकी, फारूक किदवई, सरदार गुरमिंदर सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटरों से उपभोक्ताओं की परेशानियों, जांच में फेल साबित हुए स्मार्ट मीटरों तथा उपभोक्ता सर्वे आदि के सभी आंकड़ें सरकार के पास होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। तरह.तरह के प्रक्रियाओं का बहाना कर उपभोक्ताओं को उनके मुद्दों से भटकाने का काम किया जा रहा है। कहा कि स्मार्ट मीटरों के जरिए कई गुणा अधिक बिल की वसूली हो रही है। उपभोक्ता शिकायत करते है तो सुनवाई नहीं होती। अधिकारी बिल और मीटर को सही बताकर लोगों को दफ्तर से भगा देते है और बिल जमा करने पर कार्रवाई की चेतावनी दे देते है। कहा कि स्मार्ट मीटरों को हटाया जाए और जो अधिक बिल वसूली हुई तो वह बिजली बिलों मे समायोजित की जाए। कहा कि स्मार्ट मीटरों के जरिए उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने का काम हो रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चेक मीटर का ड्रामा बंद होना चाहिए। जिन जगहों पर चेक मीटर लगाए, वहां उपभोक्ताओं से इसका कोई चार्ज न वसूला जाए। स्मार्ट मीटरों को हटाया जाए। स्मार्ट मीटर द्वारा उपभोक्ताओं से वसूले गए अधिक बिलों को पैसे को ब्याज समेत वापस किया जाए। यदि वापस न करें सके तो आने वाले दिनों के बिजली बिल में उस पैसे को समायोजित किया जाये। अन्यथा उपभोक्ता हित में आंदोलन को मजबूर होना पड़ेगा।
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