परिवहन आयुक्त ने प्रदेश में अभियान चलाने के लिये दिये निर्देश

 

मेरठ।  अगर आपने अपनी कार या बाइक व अन्य वाहन पर अपनी जाति लिखी है तो उसे तत्काल हटा ले वरना चेकिंग के दौरान अगर आपका वाहन जाति लिखा पकडा गया तो आपका वाहन सीज हो जाएगा। इसके लिये प्रदेश के परिवहन आयुक्त ने पुलिस प्रशासन को ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये कडे निर्देश दिये है। इसके लिये बकायदा संभागीय विभाग को भी पत्र लिखा गया है। अभियान में कोई भी हिलाहवाली न बरतने के निर्देश जारी किये गये है।
  शहर में सडकों पर काफी ऐसे कार,बाइक, स्कूटी,जीप , टै्रक्टर ,ई रिक्शा आदि मिल जाएगी। जिन पर राजपूत, ब्राहमण, यादव, जाट, क्षत्रिय , जाटव आदि जाति सूचक शब्द लिखे मिल जाएगे। ऐसे सड़क पर दौडते वाहन सामाजिक ताने बाने के लिये खतरा बन गया है। इसी केा देखते हुए महाराष्ट्र के शिक्षक हर्षल प्रभु ने पीएम मोदी को खत लिख था। जिसमें उन्होंने ऐसे सडकों पर दौडते वाहनों को सामाजिक ताने बाने के लिये खतरा बताया था। पीएमओ कार्यालय से शिकायत यूपी सरकार केा भेजी गयी। जिस पर प्रदेश सरकार हरकत में आयी। जिस पर परिवहन आयुक्त  ने प्रदेश भर के जिलाधिकारी, पुलिस कप्तानों , आरटीओ को दिशा निर्देश जारी किये गये है। ऐसे वाहनों पर जाति सूचक शब्द होने पर धार १७७ में चालान या सील करने की कार्रवाही की जाए।
 मेरठ की बात करें तो यहां पर पांच लाख से अधिक वाहन है। जिसमें से 2.5 लाख से अधिक दो पहिए व चौपहिये वाहन है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में वाहनों पर जाति लिखा स्टिगर लगाने का प्रचलन तेजी से बढा है। धर्म कोई सा भी हो सभी अपनी जाति का प्रचार करने में लगे हुए है। कभी कभी ऐसे वाहन साम्प्रदायिक दंगे में दंगाइयों को कोप भाजन बनते है। चौधरी चरण सिंह विवि, शोभित विवि, मेरठ कालेज, डीएन कालेज , एनएएस कालेज, अन्य कालेज मे ऐसे वाहनों कीभरमार है।
  मेरठ में ऐसा कई बार हो चुका  है फसाद 
 एनआरसी, संविधान संशोधन के मामले में मेरठ में हुई बवाल में ऐसी वाहन देखने केा मिले जिन्हे दंगाईयों ने अपना शिकार बनाया। जिस पर उनकी जति लिखी हुई थी। कई बार ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे वाहनों को लेकर कई बार संघर्ष तक हो चुके है।
    बोले अधिकारी:-
  शासन की ओर से आदेश की प्रति कार्यालय को मिल गयी है। पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर ऐसे वाहनों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया जाएगा जिन पर जाति लिखी होगी।
                स्वेता वर्मा -   एआरटीओ, मेरठ 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts