शिशु, गर्भवती, धात्री व किशोरियों को दिया जायेगा गेहूं, चावल, दाल, देसी घी एवं स्किम्ड मिल्क पाउडर 


 

मेरठ,। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग जिले में शुक्रवार से कुछ बदलाव के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों पर राशन का वितरण करेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। नये नियम के तहत अब अनुपूरक पोषाहार की जगह सूखा राशन जैसे गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ वितरित किया जायेगा।
विभाग राशन में बदलाव होने के बाद अक्टूबर माह के राशन का वितरण शुक्रवार से शुरू करेगा। जिले के 2076 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सूखे राशन का वितरण किया जाना है। इसके लिए विभाग अक्टूबर माह में ही सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविका व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पत्र के माध्यम से अवगत करा चुका है।
 जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार ने बताया शिशु, गर्भवती, धात्री व किशोरियों के स्वास्थ्य व सही पोषण को गति प्रदान करने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विभाग के माध्यम से दिए जा रहे अनुपूरक पोषाहार (वीनिंग फूड, मीठा, नमकीन, दलिया व लड्डू प्रीमिक्स) के स्थान पर सूखा राशन गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ जैसे देसी घी, स्किम्ड, मिल्क पाउडर आंगनबाड़ी केन्द्रों से वितरित किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
 उन्होंने बताया प्रदेश स्तरीय विभागीय अधिकारियों द्वारा जिले के केन्द्रों पर ही पुष्टाहार उत्पादन व वितरण का निर्णय लिया जा चुका है। परियोजना स्तर पर इस तरह की प्रणाली को विकसित होने तक पोषाहार के रूप में सूखा राशन (दाल, चावल, गेहूं) व दुग्ध पदार्थ (देशी घी एवं  मिल्क पाउडर) आंगनबाड़ी केन्द्रों से वितरित किया जायेगा।
 उन्होंने बताया गर्भवती, धात्री, महिलाओं व 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को प्रतिमाह दो किलो गेहूं, एक किलो चावल, 750 ग्राम दाल, 750ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर एवं हर तीसरे महीने 450 ग्राम देशी घी पोषाहार के रूप में विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को प्रतिमाह 1.5 किलो गेहूं, एक किलो चावल,450 ग्राम दाल, 400 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर, एवं हर तीसरे माह 450 ग्राम देशी घी दिया जायेगा। यह व्यवस्था तीन वर्ष से छह वर्ष के बच्चों पर भी लागू है। इसी प्रकार अति कुपोषित बच्चों को प्रतिमाह 2.5 किलो गेहूं, 1.5किलो चावल, 5०० ग्राम दाल,750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर हर तीसरे महीने 900 ग्राम देशी घी पोषाहार के रूप में वितरित किया जायेगा।
डीपीओ ने बताया पूर्व की भांति ही नयी  सूखा राशन भी कलर कोडेड होगा। गर्भवती व धात्री के लिए पीला, छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए आसमानी नीला, तीन वर्ष से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए हल्का हरा, किशोरियों के लिए गुलाबी व अति कुपोषित बच्चों के लिए लाल रंग की पैकेजिंग में सूखे राशन का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से किया 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts