- कोरोना की जांच के बिना घंटों तक अस्पतालों ने नहीं किया भर्ती
मेरठ। घंटों तक एक बुजुर्ग को लेकर उपचार के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल दौड़ते रहे, लेकिन न तो एंबुलेंस मिली और ना ही किसी अस्पताल ने भर्ती किया। नतीजा उपचार नहीं मिलने पर बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। सरकारी व्यवस्था से आजिज परिजन ई-रिक्शा में खाट पर शव रखकर ले गए। स्वजनों का शव ले जाते हुए वीडियो वायरल हो गया। यह वीडियो दिनभर चर्चा का केंद्र रहा।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के उमर नगर निवासी ७२ वर्षीय अलाउद्दीन की मंगलवार को तबीयत खराब हो गई थी। स्वजन मोहल्ले के ही चिकित्सक को लेकर आए तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। इस पर स्वजनों ने सरकारी एंबुलेंस के लिए फोन किया। एक घंटे बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। इस दौरान अलाउद्दीन की तबीयत और बिगड़ गई। आनन-फानन में स्वजन ई-रिक्शा की व्यवस्था कर उन्हें अस्पताल के लिए लेकर चले। एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक भटकते रहे। उपचार की गुहार लगाते रहे, लेकिन कोरोना की जांच के बिना किसी भी अस्पताल ने भर्ती करने से इन्कार कर दिया। घंटों तक स्वजन सड़कों पर भी भटकते रहे। आखिर में वे हापुड़ रोड स्थित सन सिटी हॉस्पिटल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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