परदेशियों की सूची बना रहीं आशा-आंगनबाड़ी

कार्यकर्ता, घर-घर बांट रहीं पोषाहार



न्यूज प्रहरी मुजफ्फरनगर, । कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकार भरपूर प्रयास कर रही

है। कोरोना वायरस को रोकने के मकसद से देश में लॉकडाउन किया गया है। सभी को घर में
रहने की हिदायत दी जा रही है, लेकिन ऐसी विकट परिस्थितियों में भी आगंनबाडी और आशा
कार्यकर्ता अपने काम को अच्छे से अंजाम दे रहीं हैं। इतना ही नहीं रोकथाम और प्रबंधन में
फ्रंटलाइन वर्कर की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहीं हैं। संक्रमण को रोकने के लिए समुदाय में
महत्वपूर्ण संदेशों का प्रसार और कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मामलों की पहचान कर उन्हें उचित
स्थान पर रेफर भी कर रही हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा ने बताया कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए
शासन के निर्देश पर जिले की 2274 आंगनबाड़ी और 1900 आशा कार्यकर्ता विदेश, अन्य राज्य
और शहर से लौटने वालों की सूची बनाने का काम कर रहीं हैं। इस दौरान वह उनका नाम, पिता
का नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, कहां से आये, कितने दिन पहले आये और उनका पूरा पता दर्ज कर
रहीं हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक दिन इसकी सूचना संबंधित सामुदायिक और प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी व पीएचसी) के चिकित्सा अधिकारी, संबंधित बाल विकास परियोजना
अधिकारी (सीडीपीओ) को उपलब्ध करा रहीं हैं। कोरोना वायरस को लेकर आंगनबाड़ी केन्द्र तो
बंद है लेकिन कार्यकर्ता घर घर जाकर गर्भवती, धात्री महिलाओं व बच्चों के लिए पोषाहार का
वितरण भी कर रहीं हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए सभी आंगनबाड़ी
कार्यकर्ता हाथ धोने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहीं है। जिले में अब तक 45 लोग ऐसे
मिले हैं जो बाहर से आए हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि किसी में भी कोरोना से संबंधितलक्षण नहीं मिले हैं। 

जिले में कोई पॉजिटिव नहीं

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रवीण चोपड़ा ने बताया अब तक जिले में 20 लोगों की थर्मल
स्क्रीनिंग की जा चुकी है। राहत की बात यह है कि अभी तक कोई भी पॉजिटिव केस सामने
नहीं आया है। उन्होंने बताया लोगों को कोविड-19 नोवल कोरोना वायरस के बारे में जागरूक
किया जा रहा है। उन्होंने बताया बुखार, सूखी खांसी, सांस लेने में कठिनाई, मांसपेशियों और जोड़ों
में दर्द, नाक बंद, नाक बहना, गले में खराश या दस्त जैसे सामान्य लक्षण भी संक्रमण के संकेत
हो सकते हैं। कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता या छीकता है तो उसकी नाक या मुंह ने


निकलने वाले स्राव से यह रोग फैलता है। यह रोग मुख्यतः दो तरह से फैलता है। पहला
संक्रमित रोगी से एक मीटर से कम दूरी से सम्पर्क में आने पर, दूसरा संक्रमित सतह या कपड़ों
को छूने के बाद मुंह, नाक व आंखों को छूने से। कोविड- 19 के संक्रमण होने और लक्षण दिखने
में 14 दिन का समय लगता है।

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