आइसोलेशन से छुटटी के नाम पर अस्पताल को ब्लैकमेल कर रहा कोरोना का संदिग्ध मरीज





चिकित्सा कार्यो में बांधा डालने एवं वीडियो बनाकर भ्रमित करने पर संदिग्ध मरीज के विरूद्ध सुभारती अस्पताल ने दर्ज करवाई एफआईआर



न्यूज प्रहरी-मेरठ। सुभाारती मेडिकल कालेज में आईसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज ने छूटटी के नाम पर ब्लैक मेल करने का प्रयास किया। खाने को डेस्टबिन मे फैंक कर अस्पताल पर उपचार न करने का आरोप लगाते हुए वीडियों को वायरल कर दिया। हकीकत पता चलने पर अस्पताल की ओर से संदिग्ध मरीज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है। आरेापी खुर्जा के पॉजिटिव आये मरीज का रिश्तेदार है। पुलिस मामले की जांच पडताल करने में जुटी है 


छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में परिवार के चार लोगो सहित भर्ती मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी नासिर दो दिन पहले कोरोना के लक्षण होने पर भर्ती हुआ था जिसमें दूसरे दिन ही उसने वार्ड में तैनात डाक्टरों से छुट्टी को लेकर घर पर भेजने का दबाव बनाने लगाए डाक्टरों के मना करने पर संदिग्ध मरीज ने अस्पताल में उत्पात मचाकर हंगामा शुरू कर दिया और अपने लिये अस्पताल में अलग से केवल चार बिस्तर वाला वार्ड अटैच टायलेट बाथरूम के साथ गर्म खाना व दवाओं की मांग करने लगा जिस पर अस्पताल के कर्मियों द्वारा बताया गया कि अस्पताल में चार बिस्तर वाला कोई अलग से वार्ड नही है। क्वारेंटाइन में रखे गये लोगों को तब तक बीमार नही माना जाता जब तक उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव ना आए या कोई लक्षण न हो। लोगो को क्वारेंटाइन में केवल निगरानी के लिये रखा जाता है इसमें दवाओं की कोई आवश्यकता नही है। फिर भी अस्पताल की ओर से खाना व नाशता सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं नासिर को परिवार सहित दी जाती रही है। नासिर ने छुट्टी मांगी तो डाक्टरों ने समझाया कि आप बीमार नही है बल्कि संक्रमण रोकने हेतु आपको देखभाल के लिये रखा गया है जिसमें प्रशासन के आदेशानुसार कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को 14 दिनों तक आइसोलेशन में रखना है ताकि समाज के अन्य लोगो में कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। छुट्टी नही मिलने पर आवेश में आकर संदिग्ध मरीज नासिर ने अस्पताल द्वारा मिले खाने को डस्टबिन के पास फेंक कर उसकी वीडियो बनाकर अपने संबंधियों को भेजकर वायरल करा दी, कि उसे अस्पताल में खराब खाना मिल रहा है तथा अस्पताल के डाक्टरों से अभद्रता करते हुए मरीज ने अस्पताल की छवि धूमिल करने का प्रयास किया। मामले को संज्ञान में लेते हुए सुभारती अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा.जेपी सिंह ने थाना जानी में नासिर के विरूद्ध एफआईआर पंजीकृत कराई है। जिसमें चिकित्सीय कार्य में बांधा डालने व वीडियो आदि के माध्यम से लोगो को भ्रमित करने वाले दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की गई है।

वही सुभारती अस्पताल द्वारा कोरोना वायरस की इस विश्वव्यापी महामारी से लडने के लिये समाज सेवा के उद्देश्य से अपने निजी प्रयासों द्वारा दिन रात मेहनत करके मेरठ की धरती से देशभर में समाज सेवा का विस्तृत उदाहरण प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें सैक?ों माहिर डाक्टरों की टीम नर्सिंग स्टाफ के साथ कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करके प्रतिदिन एक हजार के करीब मरीजों की जांच कर रही है, जिसका एकमात्र उद्ेश्य यहीं है कि मेरठ सहित आसपास के सभी क्षेत्रों से कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। उक्त आवेशित मरीज के द्वारा ऐसी आपदा के समय सहयोग नही करने से डाक्टरों,नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है, जो अपनी जान की परवाह किये बगैर कोरोना के मरीजों को बचाने में जुटे है साथ ही मरीजों द्वारा इस प्रकार की गतिविधि करके अपने आपको आइसोलेशन या क्वारेंटाइन में नही रखने से समाज में यह बीमारी तेजी से फैलने का खतरा बना रहता है। सुभारती अस्पताल में समाजिक दूरी के लिये एक.एक मीटर पर गोल घेरा बना हुआ है जिसके माध्यम से लोग डाक्टरों तक पहुंचकर अपनी जांच करवा रहे है वही डाक्टर भी अपनी जान जोखिम में डालकर इस महामारी से लडने में अपना पूर्ण योगदान दे रहे है।

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