
महामारी से बचने क लिये बेहतर उपाय लॉक डाउन
➤कोरोना वायरस की रोकथाम एवं उपचार के तरीकों पर चर्चा
न्यूज प्रहरी, मेरठ । शोभित विवि मेरठ में कोरोनावायरस कोविड-19 के ऊपर विश्व भर के माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने ऑनलाइन जूम कॉन्फ्रेंस कर विश्व में फैली महामारी कोरोना वायरस के विषय में चर्चा की। जिसके चेयरमैन जर्मनी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट, रिप्रेजेंटेटिव ऑफ एशियन कंट्रीज, डॉ अमीन ऑथर एवं कांफ्रेंस के को चेयरमैन शोभित विवि के कुलपति माइक्रोबायोलॉजिस्ट प्रोफेसर ए पी गर्ग द्वारा की गई। इसके अलावा डॉक्टर सुनील नायक, डॉ सी एम हुसैन, एवं भारत, यूके, मलेशिया एवं टर्की के प्रमुख माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने कॉन्फ्रेंस में अपने विचार रखें।कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकला है जिसने आज एक महामारी का रूप ले लिया है। आज पूरे विश्व से कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस आ रहे हैं और यह एक एल्गोरिथ्म की तरह बढ़ रही है। जहां अब तक इटली और स्पेन में मरने वाले लोगों की अधिकता थी अब वह यूएसए तक फैल गई है। जहां पर विश्व के सबसे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं उसके बावजूद भी वह इसे कम्युनिटी में फैलने से नहीं रोक पाए। लेकिन भारत में यह महामारी तीसरी स्टेज तक नहीं पहुंच पाई है। भारत सरकार द्वारा लोक डाउन आइसोलेशन क्वॉरेंटाइन करना ही इस महामारी से बचने का सबसे बेहतर तरीका है। लेकिन दैनिक श्रमिक एवं मजदूरों के पलायन को तरीके से रोका जाए और उन्हें प्रॉपर छत खाना और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं चाहे वह कहीं पर भी हो।
कॉन्फ्रेंस में जुड़े सभी माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने माना कि भारत के गांव में रहने वाले लोगों की इम्यूनिटी लेवल शहरों में रहने वाले लोगों से कहीं बेहतर है लेकिन उसके बावजूद भी वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए गांव के लोगों को भी एहतियात बरतने की आवश्यकता है। क्योंकि हमारे पास इतनी तादाद में टेस्टिंग किट उपलब्ध नहीं है। जिससे सभी लोगों की जांच की जा सके इसलिए सभी लोगों को घरों में रहने की आवश्यकता है और एक दूसरे से निश्चित दूरी बनाने की आवश्यकता है। जहां तक दवाइयों की बात है आज कोई भी दवाई साइंटिफिकली प्रुफ नहीं है। जिससे इस वायरस का इलाज किया जा सके। इस तरह की परिस्थिति में हमें अपने गले फेफड़ों को इन्फेक्शन फ्री रखना है। हमें लगातार गरारे एवं गर्म पानी में नमक डालकर दिन में तीन बार गरारे करने चाहिए हो सके तो हमें गिलोय अदरक मुलेठी तुलसी बिना शुगर एवं बिना दूध की चाय पीनी चाहिए।
इसके अलावा अपनी पर्सनल इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे संतरा, आमला इमली, नींबू सिट्रस युक्त फल खाने चाहिए। इसके अलावा बिना किसी चिंता के 8 से 9 घंटे की भरपूर नींद लेनी चाहिए। जिससे हमारी इम्यूनिटी पावर बढ़ जाएगी। जो व्यक्ति शराब एवं सिगरेट का सेवन करता है उन्हें प्रमुख रूप से शराब एवं सिगरेट का सेवन बंद करना होगा क्योंकि वह व्यक्ति की इम्यूनिटी पावर को कम कर देता है। जो व्यक्ति आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन में है उन्हें किसी भी तरीके से डरने की आवश्यकता नहीं है वे लोग इंटरनेट के माध्यम से अपने दोस्तों एवं घरवालों से बात करते रहें और एक दूसरे का हौसला बढ़ाते रहें खुश रहें जिससे वह इस कोरोना वायरस को हरा सके। जो व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर, शुगर एवं लंगसए लीवर एवं किडनी से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित हैं और 65 या उससे अधिक आयु के हैं उन व्यक्तियों को अधिक केयर करने और उन्हें घर के अंदर रहने की आवश्यकता है।विवि के मीडिया प्रभारी डॉ अभिषेक डबास ने बताया कि शोभित विश्वविद्यालय ने अपने 100 बेड के इंटरनेशनल हॉस्टल को पब्लिक इमरजेंसी के लिए प्रशासन को सौंप दिया है। जिसमें प्रशासन चाहे तो आइसोलेशन वार्ड बनाएंए या स्वास्थ्य सेवाओं में लगे डॉक्टरों के रुकने के लिए इस्तेमाल करें इस हॉस्टल में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। शोभित विश्वविद्यालय कोरोना वायरस जैसी महामारी से लडऩे के लिए प्रतिबंध है।
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