कूडे़ के पहाड़ से परेशान 12 गांव के लोगों ने दी पलायन करने की चेतावनी
काजीपुर , हाजीपुर ,जाहिदपुर आदि गांव के ग्रामीणों का कहना है कूड़े के ढेर के कारण उनका जीवन नरकीय हो गया है। विधार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ।कागजों में और आश्वासन में कूड़े के निस्तारण की कार्रवाई होती है लेकिन जमीन पर ऐसा कुछ नहीं होता है। लोगों का यह भी आरोप है कि नगर निगम के लोग ही इस कूड़े के पहाड़ में आग लगा देते हैं, जिस कारण यहां और भी अधिक परेशानी लोगों को उठानी पड़ती है। 12 गांव 60 हजार लोग कूड़े के ढेर से प्रभावित हो रहे है ।
सपा नेता गौरव काजीपुर ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में काजीपुर में 25 मरीजों में कैंसर की पुष्टि हुई है। ऐसा ही हाल यहां आसपास का बारह गांव का है । पिछले सात साल से हम पत्राचार, धरना, अनशन जैसे तरीकों से महापौर और नगर आयुक्त को अपनी समस्या का समाधान करने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। उनका कहना है अधिकारी व जनप्रतिनिधि मुंह पर मास्क लगा कर लग्जरी कारों में आते है। फोटो खिचवाते है। मात्र आश्वान देकर चलते जाते है। अगर कोई मेयर को फोन मिलाने लगे तो उनका फोन नहीं उठता है।
एनसीजीटी में सुनवाई से पहले मेयर ने किया निरीक्षण
एनजीटी में होने वाली सुनवाई से ठीक पहले लोहियानगर स्थित कूड़े के पहाड़ में शनिवार को लगी आग के बाद महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। नगर निगम व दमकल विभाग की टीमों ने आग पर काबू पा लिया था, लेकिन मौके पर अब भी कई स्थानों से धुआं उठता देखा गया।
निरीक्षण के दौरान महापौर ने अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली। नगर आयुक्त सौरव गंगवार, अपर नगर आयुक्त एवं वरिष्ठ स्वास्थ्य प्रभारी लवी त्रिपाठी, जोनल सफाई निरीक्षक राजेश यादव, संबंधित क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक एवं बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद रहे। लोगों ने महापौर के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं और कूड़ा निस्तारण के स्थायी समाधान की मांग की।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमर सिंह ने काजीपुर निवासी कूड़ा माफिया यामीन और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ लोहियानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि यामीन जानबूझकर कूड़े में आग लगाता है ताकि कोई व्यक्ति कूड़ा निस्तारण प्लांट में प्रवेश न कर सके। पिछले कुछ दिनों से वह अपने साथियों के साथ कूड़े के ढेर में आग लगाने की घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
महापौर बोले मुख्यमंत्री को लिखेंगे पत्र
महापौर ने नगर आयुक्त को पूरी जांच कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे ताकि जिम्मेदार अधिकारियों और दोषियों पर सख्त कदम उठाए जा सकें। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और क्षेत्र में 10 से 12 कर्मियों की चौबीसों घंटे ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि डंपिंग ग्राउंड की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना अब जरूरी है, ताकि कोई भी व्यक्ति आगजनी या तोड़फोड़ की घटना को अंजाम न दे सके।


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