प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज करने के फैसले पर शिक्षकों का विरोध
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करके बीएसए को ज्ञापन सौंपा
मेरठ। उत्तर प्रदेश द्वारा हाल ही में लिए गए उस फैसले के विरोध में जमीन पर हलचल तेज हो गई है, जिसमें प्रदेश के उन प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की बात कही है, जिन विद्यालयों में 50 से कम छात्र नामांकित हैं, उन विद्यालयो को अन्य विद्यालयों में मर्ज करने का निर्णय लिया गया है। मंगलवार को प्राइमरी विद्यालयों के शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर विरोध जताया और बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन (शिक्षक प्रकोष्ठ) के जिलाध्यक्ष कवींद्र तोमर और जिला महामंत्री रवींद्र पुनिया के साथ संघ के सभी अन्य पदाधिकारी व शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पहुंचकर प्रदेश सरकार के इस फैसले का विरोध जताया। जिलाध्यक्ष कवीन्द्र तोमर ने कहा कि इस निर्णय से अब शिक्षा जगत, अभिभावकों और प्रशिक्षित शिक्षकों के एक बड़े वर्ग के बीच आक्रोश का कारण बन गया है, जिसे लेकर शिक्षक विरोध करने पर मजबूर हुए हैं।
उन्होंने कहा कि गरीब और असहाय बच्चों को शिक्षा से दूर करने का काम किया जा रहा है, जिसका सीधा फायदा प्राइवेट विद्यालय को होगा। इस आदेश को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार के द्वारा यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
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