जापान को पीछे छोड़ भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी
नयी दिल्ली, एजेंसी। नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। सुब्रह्मण्यम ने नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की 10वीं बैठक के बाद कहा कि कुल मिलाकर वैश्विक और आर्थिक माहौल भारत के अनुकूल है।
जापान के बाद अब जर्मनी की कुर्सी खतरे में दिखाई दे रही है। जी हां, आंकड़े तो कुछ ऐसी ही कहानी बयां कर रहे हैं। मौजूदा समय में भारत ने जापान को पीछे छोड़ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। अब अनुमान ये लगाया जा रहा है कि अगले 30 से 36 महीनों में भारत जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा। आईएमएफ से लेकर वर्ल्ड बैंक तब मौजूदा अनिश्चितता को देखते हुए भी भारत की ग्रोथ को 6 फीसदी से ज्यादा मानकर चल रहे हैं। जोकि दुनिया की तमाम बड़ी इकोनॉमी में सबसे तेज है। यही कारण है कि भारत आने वाले 30 से 36 महीनों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है।
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। सुब्रह्मण्यम ने नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की 10वीं बैठक के बाद कहा कि कुल मिलाकर वैश्विक और आर्थिक माहौल भारत के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। आज हम 4,000 अरब डॉलर की इकोनॉमी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए सुब्रह्मण्यम ने कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था जापान से बड़ा है।
तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़े हैं और अगर हम अपनी योजना और सोच पर कायम रहते हैं, तो ढाई-तीन साल यानी 30 से 36 महीनों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे. इसका मतलब है कि साल 2027—2028 में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी होने की राह पर होगा या फिर हो जाएगा. तब भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा होने का अनुमान है।
ट्रंप के बयान पर क्या कहा
आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाल के बयान पर एक सवाल का जवाब देते हुए, सुब्रह्मण्यम ने कहा कि शुल्क दरें क्या होंगी, यह अनिश्चित है। लेकिन जिस तरह चीजें बदल रहीं हैं, हम मैन्युफैक्चरिंग के लिए सस्ती जगह होंगे ट्रंप ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका में बिकने वाले एप्पल आईफोन का मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में ही होगा, न कि भारत में या कहीं और. नीति आयोग के सीईओ ने यह भी कहा कि संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाने का दूसरा चरण तैयार किया जा रहा है और इसकी घोषणा अगस्त में की जाएगी।
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