ऑपरेशन सिंदूर
हमारा काम टार्गेट को ध्वस्त करना था, न कि लाशें गिनना- एयर मार्शल ए.के. भारती
नयी दिल्ली,एजेंसी। ऑपरेशन सिंदूर और इसके प्रभाव को लेकर रविवार (11 मई) को भारत की तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें एयर मार्शल एके भारती, डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, मेजर जनरल एसएस शर्मा और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने भाग लिया। इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई भारत की कार्रवाई को विस्तार से बताया गया।
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए सटीक हमलों से “दुश्मन के ठिकानों पर प्रभाव पड़ा है हालांकि उन्होंने पाकिस्तानी सेना को हुए नुकसान के बारे में विस्तार से नहीं बताया। जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि भारत की कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के कितने जवान हताहत हुए, इसके जवाब में एयर मार्शल ने कहा कि हमारा काम टार्गेट को ध्वस्त करना था, न कि लाशें गिनना।
‘हमारा काम लक्ष्य को भेदना है, शवों की गिनती करना नहीं’
एयर मार्शल ने कहा कि हमने जो भी तरीके और साधन चुने, उनका दुश्मन के ठिकानों पर वांछित असर हुआ। कितने लोग हताहत हुए? कितने घायल हुए? हमारा उद्देश्य हताहत करना नहीं था, लेकिन अगर हुए हैं, तो उन्हें गिनना उनका (पाकिस्तान) काम है. हमारा काम लक्ष्य को भेदना है, शवों की गिनती करना नहीं।
‘दुश्मन के ठिकानों को किया गया ध्वस्त’
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत बीते 7 मई को की गई थी जिसका मकसद पिछले महीने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर हमला करना था। पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। एयर मार्शल ने कहा कहा कि इस ऑपरेशन में जो भी तरीके और साधन चुने गए उनका दुश्मन के ठिकानों पर सटीक प्रभाव पड़ा।
‘100 से ज्यादा आतंकवादियों की मौत’
इस बीच सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सशस्त्र बलों द्वारा किए गए सटीक हमलों में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया, जिनमें 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान (IC-814) अपहरण और 2019 में पुलवामा आतंकी हमले में शामिल आतंकवादी भी शामिल हैं।
राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों और हमले की योजना बनाने वालों को सजा देने के साथ ही उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए उद्देश्य के साथ किया गया था। डीजीएमओ ने कहा कि 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे बड़े आतंकी भी हैं. जो आईसी 814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल थे।
‘सीजफायर का उल्लंघन करने पर पाक को मिलेगा जवाब’
घई ने ये भी बताया कि भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना ने इन हमलों में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया तो भारतीय सेना की तरफ से उसे माकूल जवाब दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि भारत का उद्देश्य आतंकी शिविरों को ठिकाना बनाना था और बाद की हमारी कार्रवाई सिर्फ पाकिस्तान के उकसावे के जवाब में थी।
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