पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाला सीआरपीएफ को जवान  गिरफ्तार

मेरठ में शिकायत के बाद पुलिस ने की थी जांच

मेरठ।  सिविल लाइन थाना पुलिस ने पुलिस आरक्षी भर्ती की मेडिकल परीक्षा पास कराने के नाम पर रुपयों की मांग करने वाले  सीआरपीएफ के जवान राजेंद्र को गिरफ्तार  किया है। उक्त व्यक्ति आरक्षियों से मेडिकल एग्जाम में पास कराने के नाम पर ठगी कर रहा था। शिकायत पर पुलिस ने  गिरफ्तार  किया है।

बताया कि राजेंद्र ने पुलिस आरक्षी भर्ती की मेडिकल परीक्षा पास कराने के नाम पर रुपयों की मांग की थी। राजेंद्र कुमार पुत्र रुपचंद्र जो बलराम नगर विस्तार थाना लोनी गाजियाबाद का रहने वाला है।मेरठ के रिजर्व पुलिस लाइन में इन दिनों पुलिस आरक्षी के पद के लिए मेडिकल टेस्ट चल रहा है। 1 मई को पुलिस ने अरुण जो परीक्षितगढ़ का रहने वाला है उसकी तहरीर पर मुदकमा दर्ज किया था। तहरीर पर पुलिस ने सागर कुमार को गिरफ्तार किया था। सागर पुत्र महेशचंद इंचौली का रहने वाला है। सागर से पूछताछ में राजेंद्र का नाम सामने आया था। इसके आधार पर पुलिस ने राजेंद्र कुमार को अरेस्ट किया है। उसे जेल भेज दिया है।

जेल में बंद आरोपी सागर ने खोला राज

मेरठ पुलिस लाइन में इन दिनों पुलिस भर्ती के लिए मेडिकल टेस्ट हो रहा है। मेडिकल टेस्ट में पैसे लेकर पास कराने का मामला सामने आया है। दरअसल कुछ दिन पहले पुलिस ने इस मामले में सागर नामक आरोपी को अरेस्ट किया था। सागर ने पूछताछ के दौरान राजेंद्र का नाम लिया था। शनिवार को जब पुलिस ने राजेंद्र को अरेस्ट किया तो पता चला वो सीआरपीएफ का जवान है। सागर ने राजेंद्र के खाते में डेढ़ लाख रुपया ट्रांसफर करने की बात भी कही थी। माना जा रहा है कि यह रकम अभ्यर्थियों से वसूली गई थी। पुलिस दोनों की वाट्सएप काल का मिलान कर रही है।

पहले खुद को बताया क्राइम ब्रांच का दरोगा

किला परीक्षितगढ़ के सिंहपुर निवासी अरुण कुमार अपने भाई अनुभव का मेडिकल टेस्ट कराने के लिए पुलिस लाइन आया था। अनुभव मेडिकल टेस्ट देने अंदर चला गया। तभी उसके पास खाकी पैंट और लाल जूते पहने युवक आया। उसने खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताकर मेडिकल टेस्ट में पास कराने का भरोसा दिया। उसकी ऐवज में 21 हजार की रकम बताई गई। उसने बताया कि दो अभ्यर्थियों को टेस्ट में पास करा चुका है। अरुण ने सागर कुमार निवासी देदवा (इंचौली) काे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सागर को जेल भेज दिया था। फिर सागर से पूछताछ हुई तो राजेंद्र का नाम सामने आया।

बड़ौत का रहने वाला है राजेंद्र

सीआरपीएफ जवान राजेंद्र बावली बडौत का मूल निवासी है। इस समय बलराम नगर लोनी गाजियाबाद में रहता है। इसी काम को करता है। सागर के खाते से राजेंद्र के खाते में डेढ़ लाख की रकम भी भेजी गई थी। हालांकि राजेंद्र दावा कर रहे है कि उनका सागर पर दो लाख उधार था। उसने उधार की रकम जुटाई है। पुलिस की जांच में सामने आया कि उक्त रकम पुलिस भर्ती में मेडिकल टेस्ट कराने आए अभ्यर्थियों से वसूली गई थी।

कुछ दिन पहले छुट्टी पर गांव आया

राजेंद्र कुमार सीआरपीएफ जम्मू-कश्मीर में एएसआइ पद पर तैनात है। वह कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर गांव आया था। पुलिस ने सागर और राजेंद्र की वाट्सएप काल डिटेल मांगी है। दोनों में आपसी बातचीत की पुष्टि भी हो चुकी है।

पुलिस कर रही जांच

सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि पुलिस भर्ती में मेडिकल टेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले सभी आरोपितों की पड़ताल की जा रही है। राजेंद्र कुमार भी सागर के साथ मिलकर ठगी कर रहा था। उनके अलावा अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।


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