एनएसडीसी ने गिग इकोनोमी में अवसरों को बढ़ावा देने के लिए रैपिडो के साथ की साझेदारी
मेरठ : राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और देश के अग्रणी बाईक टैक्सी एग्रीगेटर्स में से एक रैपिडो ने गिग वर्कर्स के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य गिग इकोनोमी में प्रशिक्षित कार्यबल को शामिल कर कौशल एवं रोज़गार क्षमता के बीच का अंतर दूर करना तथा इन्हें पार्ट-टाईम और फुल-टाईम नौकरियों के अवसर प्रदान करना है।
इस साझेदारी पर विचार व्यक्त करते हुए वेद मणि तिवारी, सीईओ-एनएसडीसी तथा मैनेजिंग डायरेक्टर- एनएसडीसी इंटरनेशनल ने कहा, एनएसडीसी में हम भारत के कार्यबल को उद्योग जगत के अनुकूल कौशल के साथ सशक्त बनाकर उन्हें कमाई के अवसर उपलब्ध कराना चाहते हैं। यह साझेदारी उम्मीदवारों को तकनीकी, व्यवहारिक एवं सुरक्षा कौशल के साथ सशक्त बनाकर गिग इकोनोमी के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण योगदान देगी। हमारा उद्देश्य समावेशी विकास एवं रोज़गार क्षमता को बढ़ावा देकर यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति को ज़रूरी कौशल मिले और वह भारत के विकसित होते मोबिलिटी सेक्टर एवं अर्थव्यवस्था में सक्रिय योगदान दे सके।’
इस साझेदारी के तहत कौशल और प्रशिक्षण में एनएसडीसी की विशेषज्ञता एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा रैपिडो बाईक टैक्सी का फ्लीट एवं नेटवर्क एक साथ मिलकर उम्मीदवारों को रोज़गार के अवसर प्रदान करेंगे। ये उम्मीदवार वाहनों, कौशल विकास प्रोग्रामों का एक्सेस पाकर कमाई के स्थिर साधनों से लाभान्वित हो सकेंगे। गिग इकोनोमी को सशक्त बनाने के लिए, जहां एक और एनएसडीसी उम्मीदवारों को पहचान कर उनके मोबिलाइज़ेशन में योगदान देगा, वहीं रैपिडो ड्राइवर पार्टनर्स (कैप्टन्स) के लिए दोपहिया एवं तिपहिया वाहनों को सुलभ बनाकर सपोर्ट सिस्टम स्थापित करेगा।
एनएसडीसी और रैपिडो का उद्देश्य ड्राइवर पार्टनर्स को सर्टिफाईड प्रशिक्षण प्रणाली के मायध्म से तकनीकी, व्यवहारिक एवं सुरक्षा कौशल प्रदान करना, उन्हें मार्केट की ज़रूरतों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की डिलीवरी में सक्षम बनाना है। यह साझेदारी उम्मीदवारों की रोज़गार क्षमता बढ़ाकर, उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करेगी तथा ड्राइवर पार्टनर्स की कमाई बढ़ाकर उनके पेशेवर विकास को सुनिश्चित करेगी।
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