गंगा में पानी बढ़ने से हस्तिनापुर-बिजनौर संपर्क मार्ग बंद
6 बाढ़ चौकी, 2 कंट्रोल रूम बनाए गए, रूट डायवर्ट किया गया
मेरठ। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। इसके कारण खादर क्षेत्र के गांव सिरजेपुर एवं भीकुंड का कच्चा बांध ध्वस्त हो गया है। पानी आने से खेतों और संपर्क मार्ग में बाढ़ जैसे हालात हैं।
पहले ही गंगा में डेढ़ लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने से हस्तिनापुर खादर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पनप गये। डीएम के निर्देश पर एसडीएम अंकित कुमार ने खादर बाढ़ क्षेत्र में छह बाढ चौकी एवं लेखपाल आदि को तैनात कर अलर्ट जारी कर दिया है। भीकुंड तिराहे पर बल्ली के बैरियर लगाने को कहा है।
डीएम दीपक मीणा एवं एसएसपी विपिन ताडा ने हस्तिनापुर खादर क्षेत्र का दौरा किया और गंगा बाढ़ से टूटे बांध का निरीक्षण किया। डीएम दीपक मीणा ने किसानों को राहत दिलाने की बात कही और किसी भी तरह जनहानि नहीं होने नहीं दी जाएगी।तहसीलदार मवाना रण विजय सिंह ने बताया- पिछले साल हस्तिनापुर खादर क्षेत्र में आई बाढ़ त्रासदी में प्रभावित फसल के लिए किए गए आकलन में सरकार ने 1 करोड़ 78 लाख रुपए का मुआवजा दिया था। उन्होंने बताया-बाढ़ क्षेत्र में 6 बाढ़ चौकी, 2 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।हस्तिनापुर भाजपा विधायक एवं जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने सिंचाई विभाग एवं पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता एवं अवर अभियंता के साथ मिलकर बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था।दिनेश खटीक ने वर्तमान में बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लिए 186 करोड़ की परियोजना का बजट पास कराया गया है तो वहीं 12 पुलिया का निर्माण तैयार करने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए हैं।चांदपुर मार्ग पर आवागमन बंद होने से स्थानीय किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को खेती करने के लिए गंगा पार जाना पड़ता है। पहले बरसात के मौसम में खेती की देखभाल करने के लिए लोग नाव के सहारे दूसरी ओर जाते थे। लेकिन गंगा पर पुल बनने के बाद आना जाना आसान हुआ है।
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