योगी से लोगों की उम्मीदें
उत्तर प्रदेश के चुनावी इतिहास में चार दशक बाद योगी आदित्यनाथ ने नया अध्याय जोड़ा है। दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ के सामने कई चुनौतियां हैं तो लोगों की अपेक्षाएं भी जुड़ी हैं। इसमें सबसे बड़ी चुनौती अपने चुनावी वादों को पूरा करने की है। इस बार चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने कई बड़े-बड़े वादे किए थे। इसके चलते भाजपा को भी अपने घोषणा पत्र में लुभावने वादे करने पड़े। अब भाजपा की सरकार सत्ता में वापस आ चुकी है। ऐसे में इन वादों को पूरा करने का समय भी आ गया है। भाजपा ने किसानों, युवाओं, महिलाओं, कामगारों से लेकर हर वर्ग तक को फायदा पहुंचाने की बात कही थी।
बहरहाल इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सफलता हासिल की है। इसका मतलब यह कि दूसरी बार की सफलता नेतृत्व की नेकनीयत व विश्वसनीयता पर आधारित है। योगी आदित्यनाथ अपनी नेकनीयत व विश्वसनीयता को कायम रखने में सफल रहे। केंद्र में नरेंद्र मोदी को भी इस आधार पर सफलता मिलती रही है। गुजरात के बाद उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी यह विशेषता कायम रखी। इस लिहाज से नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ एक ही धरातल पर हैं। दोनों परिवारवाद की राजनीति से दूर हैं। समाज सेवा में पूरी निष्ठा व ईमानदारी से समर्पित रहते हैं। विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोरोना की तीसरी लहर को लेकर संशय था। उस समय योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार की जगह कोरोना आपदा प्रबंधन को वरीयता दी। जनपदों की यात्रा कर रहे थे। सभी जगह कोरोना चिकित्सा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। आपदा प्रबंधन की पूरी व्यवस्था के बाद ही उन्होंने चुनाव प्रचार की तरफ ध्यान दिया। इसी प्रकार चुनाव परिणाम आने के बाद वह जन कल्याण कार्यों में सक्रिय हो गए। उन्होंने बारह से चौदह वर्ष आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान के सुचारू संचालन हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। कोरोना आपदा प्रबंधन में योगी मॉडल की प्रशंसा दुनिया में रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसकी सराहना की थी। इस पूरी अवधि में योगी आदित्यनाथ ने कई बार प्रदेश की यात्राएं की थी। वह अनवरत प्रबंधन का जायजा लेते रहे। वैक्सिनेशन के संबन्ध में भी केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित किया गया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वाधिक टेस्ट व सर्वाधिक वैक्सीनेशन करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। राज्य में अब तक करीब तीस करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।  अब जबकि योगी दूसरी बार मुख्मंत्री बन चुके हैं तो लोगों की अपेक्षाएं भी बड़ी हो गई हैं। आम जनता चाहती है कि हर हाल में प्रदेश में सुशासन कायम हो। इसी लिए योगी का बुल्डोजर बाबा का रूप अधिक सराहा गया। दरअसल उनकी बुल्डोजर बाबा की छवि का लोकप्रिय होना इस बात को दर्शाता है कि लोग निष्पक्ष कार्रवाई के हिमायती हैं। लोग चाहते हैं कि प्रदेश में भेजभाव रहित सासन व्यवस्था कायम हो। इसके अलावा चुनावी रैलियों में किए गए वायदों को लेकर भी लोग आस लगाए हैं। योगी आदित्यनाथ के सामने उन वायदों को पूरा करने की महती जिम्मेदारी है। वह कितना पूरा कर पाते है यह तो समय ही बताएगा, लेकिन लोगों के दिल में एक आस तो जरूर जगी है और नई सरकार को उस पर खरा उतरना होगा। 

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