मुंबई। नवाब मलिक की ओर से एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीते साल दुबई और मालदीव में होने और फिर बीजेपी नेता मोहित कंबोज से सांठगांध के दावों के बाद अब एनसीबी ने पलटवार किया है। एनसीबी ने नवाब मलिक से इन दोनों आरोपों को साबित करने के लिए सबूत मांगे हैं। बता दें कि रविवार को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह आरोप लगाया था कि वानखेड़े शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को किडनैप करने के लिए रची साजिश का हिस्सा थे। इस पर एनसीबी ने कहा कि आरोप लगाने की बजाय मलिक कोर्ट का दरवाजा क्यों नहीं खटखटा रहे हैं। 

मलिक ने आरोप लगाया कि असल में यह केस 'किडनैपिंग और फिरौती' का था। मलिक ने कहा कि आर्यन खान ने क्रूज पार्टी की टिकट नहीं खरीदी, बल्कि प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला वे लोग थे जो आर्यन को क्रूज पर ले गए।

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, एनसीबी अधिकारियों ने मलिक के ताजा आरोपों पर प्रतिक्रिया दी और कहा है कि वे आरोप लगाने की बजाय कोर्ट क्यों नहीं जा रहे हैं। एनसीबी अधिकारियों ने यह भी कहा कि वानेखेड़े और सैम डिसूजा एक-दूसरे के संपर्क में नहीं थे।
सैम डिसूजा का नाम मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में आया था, जिसके तहत ही शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई थी। सैम और वीवी सिंह के बीच बातचीत के ऑडियो पर एनसीबी सूत्रों ने कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं क्योंकि अधिकारी सैम को उसका फोन नंबर इतनी जल्दी न बदलने को कह रहे थे।
खुद को किरण गोसावी का बॉडीगार्ड बताने वाला प्रभाकर साइल मुंबई ड्रग्स केस में स्वतंत्र गवाह बना और साइल ने अपने हलफनामे में सैम डिसूजा का जिक्र किया था। साइल ने कहा था कि उसने डिसूजा और गोसावी के बीच आर्यन खान को छोड़ने के एवज में 25 करोड़ रुपये के लेन-देन की बात सुनी थी। साइल ने यह भी दावा किया कि इसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को मिलने थे।

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