झांसी 19 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में कोरोनाकाल में रखे गये संविदा कोरोनायोद्धाओं ने बिना किसी सूचना के हटाये जाने के विरोध में शुक्रवार को आम जनता के बीच भीख मांगकर प्रदर्शन किया और इस दौरान कांग्रेसी भी उनके समर्थन में नारे लगाते नजर आये।
संविदाचिकित्साकर्मियों ने पीपीई किट पहनकर और हाथ में कटोरे लेकर अपने घर परिवार के भरण पोषण के लिए आम जनता से भीख मांगकर प्रदर्शन किया और इसके बाद नगर के व्यस्तम इलाइट चौराहे से होते हुए प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। कोरोनायोद्धाओं के इस विरोध प्रदर्शन का कांग्रेस ने खुलकर समर्थन किया और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष मनीराम कुश्वाहा, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ , इम्तियाज अली सहित कांग्रेसियों ने प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
प्रदर्शन के दौरान सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अपने जान और अपने परिवार की परवाह किए बगैर लोगों की जान बचाने के लिए जी जान से सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं को सरकार ने बिना किसी सूचना के नौकरी से निकाल दिया है और उन्हें वेतन भी नहीं दिया गया है। पूरे प्रदेश में लगभग 12000 ऐसे कोरोना योद्धा नौकरी से निकाले जाने के बाद भुखमरी की कगार पर हैं। उनका भविष्य अंधकार में हैं और सरकार अपना शोषणकारी नीति और मौका परस्ती का प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस इन योद्धाओं की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगी और इन्हें न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर संघर्ष करेगी।
प्रदर्शनकारी लगातार नौकरी पर पुन:बहाली की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि जब पूरा विश्व कोविड-19 के कहर को झेल रहा था उस समय झांसी मेडिकल कॉलेज में उन्होंने स्वास्थ्यकर्मी के रूप में अपनी सेवाएं दी और आज देश और प्रदेश की मौजूदा सरकार द्वारा कोरोना महामारी के समाप्त होने की घोषणा कर उन्हें नौकरी से निकाल दिया है। कभी कोरोना योद्धा के रूप में सम्मान पान वाले हम लोग आज दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं और इसीकारण नौकरी पर बहाली की मांग शासन तथा प्रशासन से करते हुए इस तरह प्रदर्शन को मजबूर हैं। हम लोग 14 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी इतनी ही मांग है कि हमें फिर से नौकरी पर बहाल किया जाए।
में कोरोना काल के दौरान आनन फानन में नौकरी पर रखे गये संविदा कोरोना योद्धाओं को हालात में सुधार के बाद नौकरी से हटा दिया गया है और इसी से गुस्साये चिकित्साकर्मियों ने प्रदर्शन का रास्ता अपनाया है।
प्रदर्शन करने वालों में अनिल वर्मा, राघवेंद्र पाल, प्रीति सिंह, दीपिका शर्मा और दीपक शर्मा सहित दर्जनों योद्धा शामिल हुए।
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