सहयोगी स्टाफ के रूप में रहेंगे मनोवैज्ञानिक काउंसलर
   सारी.आईएलआई के लक्षण वाले और कोमार्बिड की होगी विशेष निगरानी


मेरठ। शासन की ओर से पोस्ट कोविड क्लीनिक के लिए अलग से गाइड लाइन जारी की गई हैं। शासन ने हर जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड क्लीनिक बनाने के साथ ही उसमें एक एलोपैथिक और एक आयुष चिकित्सक तैनात करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल कोविड.19 से ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इनमें से करीब 10 फीसदी लोग शरीर में थकावट, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ के साथ कुछ मानसिक समस्याओं की चपेट में भी आ रहे हैं। ऐसे में शासन ने फिजीशियन, आयुष चिकित्सक के अलावा सहयोगी स्टाफ के रूप में एक मनोवैज्ञानिक काउंसलर, दो स्टाफ नर्स, दो वार्ड ब्वाय, ईसीजी टेक्नीशियन एक कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती के भी निर्देश दिए हैं।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इस संबंध में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को पत्र भेजा है। सीएमओ डा. राज कुमार ने पत्र प्राप्त होने की पुष्टि करते हुए बताया कि जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड क्लीनिक शुरू कर दिया गया है। गाइड लाइन के हिसाब से व्यवस्थाएं पूरी कराई जा रही हैं। पोस्ट कोविड क्लीनिक को डैडीकेटेड कोविड क्लीनिक का नाम दिया गया है। यह केवल उन व्यक्तियों के लिए हैं जो कोरोना संक्रमित होने के बाद पूर्ण रूप से रिकवर कर चुके हैं और किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित हैं।
डैडीकेटेड पोस्ट कोविड क्लीनिक में थर्मल स्कैनर के अलावा पल्स ऑक्सीमीटर, रेस्पाइरोमीटर, ईसीजी मशीन, पीपीई किट और मास्क आदि की व्यवस्था करने के निर्देश शासन से दिए गए हैं। क्लीनिक में पहुंचने वाले लोगों का पंजीकरण किया जाएगा और पंजीकरण के समय ही स्टेट कोविड पोर्टल से उसकी सभी जानकारी जुटाई जाएंगी। संक्रमण के दौरान सारी सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन और आईएलआई इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस  लक्षण या अन्य किसी गंभीर बीमारी के चलते कोमार्बिड रोगियों पर विशेष ध्यान देने और अच्छी तरह स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। शासन से यह भी निर्देश मिले हैं कि मानसिक अस्वस्थता होने पर मनोचिकित्सक को रेफर करें। बता दें कि जिला अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ काम कर रहा है। पोस्ट कोविड क्लीनिक में सभी स्वास्थ्य कर्मी और रोगी मास्क पहनेंगे और शारीरिक दूरी का पालन करेंगे।
सांस लेने में तकलीफ होने पर सीधे लेटकर गहरी सांस लें
कोविड संक्रमण से ठीक होने के बाद यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ  होती है तो ऐसा होने पर सीधे लेट जाएं और गहरी सांस लें। अपर मुख्य सचिव के पत्र में कहा गया है कि ऐसा करने से फेफड़े के वायु कोष्ठक खुल जाते हैं और शरीर को ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मिलती है। इसी प्रकार खांसी आने की शिकायत पर पानी उबालकर भाप लेने और थकान होने पर बीच-बीच में आराम करने की सलाह देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पौष्टिक एवं सुपाच्य भोजन के लिए प्रेरित करने, शराब, सिगरेट, चाय, कॉफी, मिर्च, मसाला आदि से बचने और नींद न आने व अवसाद की स्थिति में योग-व्यायाम के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं।
 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts