384 अवयस्क क्षय रोगी उपचार के बाद हुए ठीक




जनवरी में विभिन्न संस्थाओं ने गोद लिये थे 404 बच्चे, अब केवल 20 का चल रहा है इलाज



मेरठ, 2 नवंबर 2020।  जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एमएस फौजदार ने बताया पिछले वर्ष प्रदेश की राज्यपाल ने आह्वान किया गया था कि अवयस्क क्षय रोगियों को पोषण सहायता के लिए संस्थाएं गोद लें। जनवरी में जिले के 404 अवयस्क क्षय रोगियों को विभिन्न संस्थाओं ने गोद लिया था। इनमें से अब 384 बच्चों का उपचार पूरा हो गया है। यह सभी बच्चे अब टीबी मुक्त हो गए हो गए हैं। इनमें केवल 20 बच्चे ऐसे हैं जो एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) टीबी के शिकार हो गये हैं, इस वजह से उनका उपचार चल रहा है। एमडीआर मरीजों को लंबे उपचार की जरूरत होती है।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि सितंबर माह तक 134 बच्चे विभिन्न संस्थाओं को बेहतर पोषण के लिए गोद दिए गए हैं। यह बच्चे रेडक्रास सोसाइटी, सीसीएस, कृषि विवि, तथा कुछ एनजीओ ने गोद लिये हैं। सभी मिलकर गोद लिये गये बच्चों को पोषण सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। जनवरी माह में 404 अवयस्क क्षय रोगियों को विभिन्न संस्थाओं ने गोद लिया था, जिसमें केमिस्ट एसोसिएशन ने सबसे ज्यादा 25 बच्चे गोद लिए थे।
 डा. फौजदार ने बताया 18 वर्ष से कम आयु के क्षय रोगियों को गोद लेने वाले संगठन न केवल पोषण सहायता उपलब्ध कराते हैं बल्कि समय-समय उनकी काउंसलिंग भी करते हैं। ताकि उनका हौसला बना रहे और क्षय रोग विभाग द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही दवा का नियमित रूप से सेवन करते रहें। बच्चों को यह भी बताया जाता है कि दवा बीच में छोडऩे पर टीबी का उपचार पूरा नहीं हो पाएगा और ऐसा करने से दवा भी काम करना बंद कर देती है। दवा बीच में छोडऩे के बाद क्षय रोगी एमडीआर कैटेगरी में चले जाते हैं और यह काफी खतरनाक स्थिति है। इसलिए दवा का नियमित सेवन करें। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि कोई भी नया क्षय रोगी केवल छह माह तक दवा खाने से पूरी तरह ठीक हो जाता है। शासन की ओर से क्षय रोगियों को हर माह पांच सौ रुपए निक्षय पोषण योजना के तहत दिए जाते हैं।
बता दें कि गत वर्ष सूबे की राज्यपाल ने विभिन्न संगठनों और संस्थाओं से अवयस्क क्षय रोगियों को पोषण सहायता के लिए गोद लेने का आह्वान किया था। जिसमें कृषि विवि ने 94 ,कलेक्ट्रेट के अधिकारियों ने 12, सीसीएसयू 55, रेडक्रास सोसाइटी ने 20 जनहित ने दो ,फलाया सोसाइडी ने 10 नव ज्योति फाउनडेशन ने 10 , मेरठ ड्रग्स एंड केमिस्ट एसोसिएशन ने 20 बच्चों को गोद लिया था। इसके अलावा बड़ी संख्या में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बच्चों को गोद लिया था। 


1 comment:

  1. Great efforts by all in leadership of Program officer Dr. MS Faujadar DTO Meerut.

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