मेरठ। प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकारी अमला गंभीर हो चला है। डीएम ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सख्ती के निर्देश दिए है। कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई करें। लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इसी के साथ औद्योगिक इकाइयों का वितरण भी तैयार किया जा रहा है। टीमों को औचक निरीक्षण के लिए कहा है। जहां भी प्रतिबंधित ईंधन जलता मिलेगा, वहां कार्रवाई की जाएगी। विभिन्न विभागों के अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण के लिए जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने में जुट गए। उद्योग विभाग, कृषि, नगर निगम, संभागीय परिवन विभाग, स्थानीय नगर निकाय समेत सभी विभागों के अधिकारियों ने ग्रैप सिस्टम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी। डीएम को सभी विभागों के अधिकारी अभी तक की गई कार्रवाई और जागरूकता के प्रयासों की रिपोर्ट देंगे। इसी के साथ प्रशासनिक और प्रदूषण विभाग की टीमों ने संयुक्त रूप से निरीक्षण शुरू कर दिए। नगर निगम ने भी ५० से अधिक स्थानों पर प्रदूषण फैलाने को लेकर कार्रवाई की है। इससे हड़कंप मचा हुआ है। जारी है छापेमारी प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। टीमें दिन और रात में छापेमारी कर रही हैं। औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी किए थे। अंडरटेकिंग आनी शुरू हो गई। जहां प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों का पालन नहीं होगा और प्रतिबंधित फ्यूज जलता मिलेगा, वहां कार्रवाई की जाएगी। सरधना और खरखौनी में कोल्हुओं पर छापेमारी की गई है। योगेंद्र सिंह, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी औद्योगिक इकाइयों के लिए बना रहे रिपोर्ट औद्योगिक इकाइयों को लेकर रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। उद्यमियों से अपील की गई है कि वह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का पालन करें। उद्यमियों ने आश्वस्त किया है कि वह तमाम उपाय अपना रहे हैं। जहां प्रदूषण की शिकायत आएगी, उसे दूर किया जाएगा। पूरी रिपोर्ट को डीएम को उपलब्ध कराएंगे। औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण भी कराया जा रहा है। वीके कौशल, उपायुक्त उद्योग
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