किसानों के मोबाइल पर पर्ची पहुंचनी शुरू
मेरठ। जनपद के गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी की खबर है कि जनपद की सभी चीनी मिलें 6 नवंबर तक चालू हो जाएंगी। मिलों को चालू करने का काम जोर-शोर से चल रहा है। सरकार ने गन्ना विभाग को निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी हालत में चीनी मिल नवंबर के पहले सप्ताह में चालू हो जानी चाहिए। मेरठ में जो शुगर मिलें चालू होंगी उनमें किनौनी शुगर मिल एक नवंबर से चालू हो रही है। जबकि दौराला, मवाना और नंगलामल मिल दो नवंबर से पेराई सत्र की शुरूआत करेंगी। वहीं सकौती चीनी मिल पांच से और मोहिउद्दीनपुर मिल छह नवंबर से पेराई का काम शुरू करेगी।
बता दे कि मेरठ मंडल की चीनी मिलों ने गन्ना पेराई सत्र 2019-20 में गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था। इन मिलों ने पिछले पेराई सत्र में 1568.80 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 160.49 लाख क्विंटल चीनी उत्पादित की थी। वहीं सत्र 2019-20 में 43.51 लाख क्विंटल ज्यादा यानि 1612.20 लाख क्विंटल गन्ना पेराई करके 182.97 लाख क्विंटल चीनी उत्पादित की थी। जो पिछले साल से 22.48 लाख क्विंटल ज्यादा रही थी। इस रिकॉर्ड में मेरठ जनपद की मिलों का सर्वाधिक योगदान रहा था। मेरठ जनपद की सभी छह मिलों ने गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। आंकड़ों के मुताबिक, जनपद में पिछले साल के मुकाबले 96.95लाख क्विंटल गन्ना ज्यादा पेराई किया गया और 10.32 लाख क्विंटल चीनी ज्यादा बनाई गई थी। हालांकि, चीनी रिकवरी 0.10 फीसदी कम रही थी। इस बार मिलें जल्दी चलाई जा रही है। अनुमान है कि पिछले साल के रिकार्ड इस बार भी ध्वस्त होंगे।
जिला गन्ना अधिकारी डॉ. दुष्यंत कुमार ने बताया कि एक और दो नवंबर को शुरू होने वाली मिलों ने गन्ना इंडेंट जारी कर दिया है। किसानों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर पर्ची पहुंचनी शुरू हो गई हैं। वहीं गन्ना विभाग कर्मियों को पत्ती नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। चीनी मिलों को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए भी कहा गया है।
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