मुख्य संवाददाता

मेरठ। हस्तिनापुर पुलिस के खिलाफ दहेज हत्या के मामले में पीडि़त परिवार के साथ पहुंचे भाजपा नेता को एसपी देहात ने जमकर धमकाया। भुगतने की धमकी दे डाली। इस मामले में पुलिस अधिकारियों से भाजपा नेताओं की ओर से आपत्ति जताई गई है। आरोप लगाया गया कि एसपी देहात का भी हस्तिनापुर पुलिस को संरक्षण है और युवती की हत्या जैसे मामले में पुलिस आरोपियों को बचा रही है।
नौचंदी के लालसिंह नगर निवासी रणवीर सिंह ने अपनी बेटी काजल की शादी नौ फरवरी 2020 को हस्तिनापुर के गणेशपुर निवासी लोकेश के साथ की थी। रणवीर सिंह का आरोप है कि उनकी बेटी को शादी के बाद से दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था। इसी विवाद में एक बार पंचायत भी हुई थी। आरोप है कि बावजूद इसके ससुराल पक्ष के लोग बाज नहीं आए और 28 अगस्त को काजल को गोली मार दी। उसे लोकप्रिय में भर्ती कराया गया था। इस दौरान आरोपी पक्ष ने आठ सितंबर को नौचंदी स्थित उनके घर पहुंचकर धमकाया और फैसले के लिए दबाव बनाया। इस मामले में भी रणवीर सिंह ने नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उपचार के दौरान 24 सितंबर को काजल की मौत हो गई। इस दौरान पुलिस आरोपियों को संरक्षण देती रही। केवल लोकेश की गिरफ्तारी की गई। 
इसी प्रकरण में पीडि़त परिवार के साथ बीजेपी के फूलबाग कॉलोनी के मंडल अध्यक्ष नरेश गुप्ता एसपी देहात से मिलने पहुंचे थे। नरेश गुप्ता का आरोप है कि एसपी देहात ने उनके साथ अभद्रता करते हुए धमकी दी। आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और भुगतने तक की बात कह डाली। इस मामले में भाजपा ने बड़े नेता और आला पुलिस अधिकारियों से शिकायत की गई है। दूसरी ओर एसपी देहात अविनाश पांडेय का कहना है कि आरोप गलत हैं। उन्होंने किसी को नहीं धमकाया। इस मामले में खुद सीओ मवाना को पत्र लिखकर कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए कहा है।


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