पूर्व मंत्री के नाम पर मांगे गये रूपये, दूसरे पक्ष ने भी लगाया रूपये हडपने व जानलेवा हमले का आरोप
मेरठ । फैक्ट्री का लाइसेंस और अनापत्ति प्रमाण पत्र दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति ने सपा के पूर्व मंत्री के नाम पर पांच करोड 50 लाख हडप लिये। बार-बार दगादा और समझौता करने के बावजूद भी धनराशि वापस नहीं गयी गयी। आरोप है कि रूपये मांगने पर पीडित के पुत्र का अपहरण व जान से मारने की धमकी दी गयी। वहीं दूसरे पक्ष ने भी प्लाटिंग में कमीशन ऐंठने और मांगने का आरोप लगाया । दोनो पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है।
बुंलदशहर निवासी शाहिद अली कुरैशी का कहना है कि कुछ वर्ष पहले डासना व मुरादाबाद में उसकी फैक्ट्रियों का निर्माण हो रहा था। इसके लिये उसे लाइसेंस व अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात मजीदपुरा निवासी बाबू खॉ से हुई। कहा कि वह पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के माध्यम से वह उसे लाइसेंस आदि दिलवा देगा।
उन्होने बताया बाबू खॉ के झांसे में आकर उन्होंने 5.5 करोड रूपये दे दिए ।लेकिन इसके बाद बाबू खॉ ने न तो लाइसेंस दिलवाया और न ही रूपये वापस किये। इधर बाबू खॉ ने भी शाहिद पर आरोप लगाया कि उसने उसे 677 कच्चा बीघा भूमि दिलवायी और विक्रय होने पर उसे 50 हजार रूपये प्रति बीघा का कमीशन दिया जाना था, लेकिन उसने उसे कमीशन भी नहीं दिया है।
पूर्व मंत्री से बताए थे घनिष्ठ संबध
इस मामले में ठगी के शिकार पीडित शाहिद का कहना है कि आरोपी ने पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर से अपने घनिष्ठ संबधों का हवाला देकर उससे रकम ऐंठी थी। रकम वापस लौटाने की मांग के दौरान उसका बाबू खॉ से समझौता भी हो गया था। जिसमें उसने 50 लाख रूपये विभिन्न विभागों में लेनदेन में खर्च होने की बात कही थी। इसके बाद बाकी रकम में 2 करोड 72 लाख रूपये जनवरी2019 से दिसम्बर 2019 तक के बीच देने का लिखित में वादा किया था। कुल मिलाकर रकम को किश्तों में दिए जाने पर दोनो पक्षों में समझौता हुआ था। लेकिन इसके बावजूद आरोपी समझौते से मुकर गया। पीडित ने इस मामले में आरोपी बाबू खॉ द्वारा दर्ज कराए गये मुकदमे को भी फर्जी बताया है।
गंभीरता से की जाय जांच
उक्त मामले की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। मेरा नाम इस मामले क्यों घसीटा गया। मुझे समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी हुई है। मै दोनो में से किसी भी व्यक्ति को नहीं जानता हूं। मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी से करवाई जाए।
शाहिद मंजूद पूर्व मंत्री सपा
बोले एडीजी
इस मामले में एसपी हापुड को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिये है।
राजीव सबरवाल - एडीजी
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