पुलिस  विभाग से  रिटायर्ड इंस्पेक्टर के सात  ठिकानों से मिली 14 करोड़ की संपत्ति

 मेरठ के एसपी विजिलेंस राजीव कुमार के नेतृत्व में 31सदस्यीय टीम ने 7 घंटे की छापेमारी 

 मेरठ में तैनात रह चुके है रिटायर इंस्पेक्टर 

सहारनपुर/मेरठ। मेरठ की विजलेंस टीम को उस समय बड़ी सफलता मिली। जब उसने सहारनपुर में आय से अधिक संपत्ति के मामले में पुलिस विभाग से रिटायर इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा के सात ठिकानों पर छापेमारी करते हुए 14 कराेड़ अकूत संपत्ति का पता लगाया है। विजलेंस की टीम अभी पूछताछ करने में जुटी है। 

मेरठ विजिलेंस टीम की ये कार्रवाई एसपी विजिलेंस राजीव कुमार के नेतृत्व में की जा रही थी। टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, संपत्ति से जुड़े कागजात और इलेक्ट्रॉनिक डेटा जब्त किए थे। दस्तावेजों में प्रेमवीर के कई बैंकों में अकाउंट होने की जानकारी सामने आई। छापेमारी के दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई।

सितंबर 2025 में इंस्पेक्टर पर दर्ज हुआ था केस

प्रेमवीर राणा बागपत के गांव निरपुड़ा के रहने वाले हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी हाउस वाइफ और 2 बेटे हैं। जिसमें से एक बेटा डॉक्टर है और दूसरा बेटा इंडियन आर्मी में बड़ा अधिकारी है। वे सीबीसीआईडी लखनऊ में निरीक्षक के पद पर तैनात थे और 2024 में रिटायर हो गए।

सहारनपुर के ब्रजेश नगर में एक ही गली में उनके चार मकान हैं। इनमें से एक मकान में वो अपनी पत्नी और एक बेटे के साथ रहता है। उनके घर में बेसमेंट भी बना हुआ है। बाकी के तीन घरों में से एक किराए पर उठा है, दूसरे में प्रेमवीर का सामान रखा हुआ है। वहीं, तीसरा घर बंद रहता था।शेखपुरा कदीन में रिटायर्ड इंस्पेक्टर का 12 बीघे का फॉर्म हाउस मिला है। यहां पर भी चार जगहों पर छापेमारी चल रही है। 

22 सितंबर, 2025 को सतर्कता अधिष्ठान मेरठ थाने में प्रेमवीर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था। जांच में उनकी संपत्ति करीब 2.92 करोड़ रुपए पाई गई, जोकि आय से अधिक थी। जिसके बारे में वे कोई ठोस जवाब नहीं दे सके थे।

14 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली

सहारनपुर में प्रेमवीर राणा के घर और फार्म हाउस पर करीब 7 घंटे तक छापेमारी चली। विजिलेंस ने बताया कि प्रेमवीर राणा के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी। जानिए कहां से क्या मिला-

बृजेश नगर में 3 मकान

मकान संख्या बी-80 - यहां 71,500 कीमत का फर्नीचर, बैंक खातों की पासबुक, एलआईसी पॉलिसियों की रसीदें, शस्त्र खरीद की रसीदें बरामद हुईं। इस मकान की वर्तमान कीमत करीब 1.20 करोड़ आंकी गई।

मकान संख्या बी-27 - 7,18,700 का घरेलू सामान और 20,59,055 की ज्वैलरी मिली। यहां से 12 बैंक खातों के दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच जारी है। इस मकान की कीमत लगभग 1.5 करोड़ है।मकान संख्या बी-8 - यहां चार किरायेदार रहते पाए गए। इस मकान की कीमत करीब 80 लाख है।

10.5 करोड़ का फार्म हाउस सील

गांव शेखपुरा में फार्महाउस और उससे जुड़ी 3 प्लॉट थे। फार्म हाउस में 9.60 लाख कीमत का सामान पाया गया। फार्म हाउस की कुल कीमत लगभग 10.5 करोड़ आंकी गई है। फार्महाउस में बने बड़े हॉल की लागत करीब 70 लाख बताई गई है। इसके अलावा सर्च के दौरान 23 बैनामा कृषि और आवासीय प्लॉट, एक स्कॉर्पियो कार, एक डिजायर कार और एक बाइक भी मिली।कुल मिलाकर विजिलेंस टीम को करीब 14 करोड़ 38 लाख 9 हजार 255 रुपए की संपत्ति का पता चला है। इस सर्च ऑपरेशन में मेरठ सेक्टर की 31 सदस्यीय टीम शामिल थी। साथ में, दो ज्वेलरी वैल्यूअर, 4 भवन वैल्यूअर भी थे।

मेरठ, नोएडा समेत पश्चिमी यूपी में रही तैनाती

रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर राणा शामली के कैराना थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रह चुके हैं। ड्यूटी के समय वे मेरठ, शामली, नोएडा समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों में तैनात रहे। इसी दौरान उन पर अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे हैं।

रिटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत करने वाले उनके गांव के राममेहर है। योगी सरकार का किसी विज्ञापन देखकर उन्होंने शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई थी, जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद से गांव में जश्न के माहौल के बीच सामूहिक भोज के रूप में दावत की गई थी। जिसमें कई लोगों ने भाग लिया था।

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