सरदार वल्लभभाई पटेल पर अपना जीवन समर्पित करते हुए वर्षों तक शोध किया- ्प्रो के डी शर्मा 

राष्ट्रीय एकता दिवस पर सीसीएसयू  में सरदार पटेल पर विशेष व्याख्यान

“जम्मू-कश्मीर और सरदार वल्लभभाई पटेल” विषय पर शोधपूर्ण विचारों ने सबका मन मोह लिया

मेरठ। चौधरी चरण सिंह  विवि  में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का विषय था“जम्मू-कश्मीर और सरदार वल्लभभाई पटेल”।

कार्यक्रम की अध्यक्षताकुलपति प्रो. (डॉ.) संगीता शुक्ला ने की।मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं प्रख्यात इतिहासकार प्रो. (डॉ.) के. डी. शर्मा ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने गहन शोध और संस्मरण साझा किए।कार्यक्रम का संयोजन प्रो. कृष्णकांत शर्मा, समन्वयक साहित्यिक-सांस्कृतिक परिषद् द्वारा किया गया तथा संचालन प्रो. नीलू जैन गुप्ता ने किया।अपने 82वें वर्ष में भी अटूट ऊर्जा और राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत प्रो. के. डी. शर्मा ने बताया कि उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल पर अपना जीवन समर्पित करते हुए वर्षों तक शोध किया है। उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का पहला और सबसे समर्पित शोध कार्य है। मैंने गुजरात, साबरमती आश्रम, नर्मदा तट और सरदार पटेल परिवार के साथ समय बिताया, उनसे जुड़ी दुर्लभ सामग्रियों और संस्मरणों का संग्रह किया। प्रो. शर्मा ने बताया कि उन्होंने राजा हरि सिंह से लेकर जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय की पूरी ऐतिहासिक प्रक्रिया का गहन अध्ययन किया। उन्होंने सरदार पटेल और पंडित जवाहरलाल नेहरू के बीच हुए पत्राचार के कई अंश उद्धृत किए, जिनसे तत्कालीन परिस्थितियों की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि “सरदार पटेल ने केवल रियासतों का एकीकरण नहीं किया, बल्कि भारत की आत्मा को एक सूत्र में पिरोया। उनकी राष्ट्र दृष्टि, त्याग और राजनीतिक दृढ़ता आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।

कुलपति प्रो. (डॉ.) संगीता शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस केवल औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक के लिए आत्म-संकल्प का दिवस है।

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने जिस दृष्टि और साहस से विभाजित भारत को एक सूत्र में जोड़ा, वह भारतीय इतिहास का अमिट अध्याय है। आज की युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को मजबूत करना चाहिए। कुलपति ने यह भी कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकात्मता के संदेश को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। अटल सभागार में आयोजित इस व्याख्यान में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों की बड़ी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में सरदार पटेल के जीवन पर लघु फ़िल्म का प्रदर्शन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और साहित्यिक प्रस्तुति भी हुई। सभी ने मिलकर सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति अपने संकल्प को दोहराया।इस दौरान कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव,प्रोफेसर विघ्नेश त्यागी, प्रो जमाल अहमद सिद्दीकी इंजीनियर प्रवीण पवार, मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts