सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयन्ती पर ’’एक भारत- श्रेष्ठ भारत’’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
- अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुए पाँच सौ बासठ रियासतो में खण्डित भारत को एक तिरंगे के नीचे लाकर राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के ’’शिल्पकार’’ सरदार पटेल ने बताया कि सच्ची आजादी एवं अखण्डता के मायने क्या होते है- सुधीर गिरि,
- स्वतंत्र एवं अखण्ड भारत के इतिहास में सरदार पटेल जैसा दृढ़ इच्छा शक्ति वाला व्यक्तित्व, अनुशासित प्रशासन उनके समकालीन दूसरा कोई नहीं- डाॅ. राजीव त्यागी
- देश के युवा विशेष रूप से छात्र-छात्राऐ सरदार पटेल के जीवन से दृढ़ता, अनुशासन एवं राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा लेकर उनके राष्ट्रवादी विचारो को अपने जीवन में आत्मसात करे- डाॅ. राहुल अवस्थी
- आधुनिक भारत के निर्माता लौह पुरूष सरदार पटेल ने देशवासियों को सर ऊँचा उठाकर स्वाभिमान से जीना सिखाया- डाॅ. मधु चतुर्वेदी
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान में अखण्ड भारत के शिल्पकार, भारत रत्न, लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयन्ती पर ’’एक भारत-श्रेष्ठ भारत’’ विषय पर राष्ट्रीय सगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से पधारे शिक्षाविदों/साहित्यकारों ने एक सुर में सरदार पटेल को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुए टुकड़ो में छिन्न-भिन्न भारत को एक तिरंगे के नीचे लाने एवं अखण्ड भारत बनाने में उनके योगदान को अतुल्यनीय बताते हुए उनको ’’आधुनिक अखण्ड भारत’’ का ’’शिल्पकार’’ करार दिया।
पटेल सभागार में लौह पुरूष वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयन्ती पर ’’एक भारत-श्रेष्ठ भारत’’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगौष्ठी का शुभारम्भ संस्थापक अध्यश श्री सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डाॅ. राजीव त्यागी, कुलपति प्रो. कृष्ण कान्त दवे, जिला अभियोजन अधिकारी कृष्ण कान्त तिवारी, विख्यात महाकवियत्री डाॅ. मधु चतुर्वेदी, विख्यात साहित्यकार डाॅ. राहुल अवस्थी, कुलसचिव प्रो. पीयूष कुमार पाण्डेय आदि ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया।
अपने सम्बोधन में संस्थापक सुधीर गिरि ने कहा कि बाते चाहे आजादी की जंग की हो या आजाद भारत की, लौहपुरूष सरदार पटेल ने जहाँ आजादी के लिए अंग्रेजो को खदेडने का काम किया, वही दूसरी ओर 562 टुकडों में बटे देश को एकीकृत कर तिरंगे के नीचे लाकर खडा कर दिया। उनकी दृढ निश्चयता, अनुशासन एवं चरित्र उन्हें सबसे महान एवं सर्वश्रेष्ठ बनाता है। प्रतिकुलाधिपति डाॅ. राजीव त्यागी ने कहा कि यदि भारत का युवा सरदार पटेल के आदर्शो को आत्मसात कर ले, तो भारत को फिर से विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। आज हम सभी उनके आदर्शो एवं सिद्धान्तो पर चलने की शपथ एवं संकल्प लेते है। जिला अभियोजन अधिकारी कृष्ण कान्त तिवारी ने अखण्ड भारत में देश के नये कानूनो के योगदान को विस्तार से बताया।
सरदार पटेल जी की 150वीं जयन्ती पर आयोजित राष्ट्रीय संगौष्ठी को कुलपति प्रो. कृष्ण कान्त दवे, वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. गोपाल नारसन, प्रो. पीयूष कुमार पाण्डेय, कोमल तोमर आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डायरेक्टर एकेडमिक प्रो. राजेश सिंह, डाॅ. योगेश्वर शर्मा, डाॅ. थाॅमस, डाॅ. मोहित शर्मा, डाॅ. एस.एन. साहू, डाॅ. नीतू पंवार, डाॅ. ओमप्रकाश गोसाई, डाॅ. आशुतोष, डाॅ. स्नेहलता गोस्वामी, डाॅ. अंजलि भारद्वाज, डाॅ. ज्योति सिंह, डाॅ. अश्वनी सक्सेना, डाॅ. एस.के. श्रीवास्तव, डाॅ. सुमन, मेरठ परिसर से निदेशक डाॅ. प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डीन स्कूल ऑफ लाॅ डाॅ. राजवर्द्धन सिंह ने किया।





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