संविदा शिक्षक भर्ती में अनियमितता मामले में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की गरदन नपेगी 

 180 संविदा अध्यापकों की भर्ती में हुई अनियमितता ,डीएम ने शासन को भेजी रिपोर्ट

मेरठ। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 180 संविदा अध्यापकों की भर्ती में हुई अनियमितताओं का मामला सामने आया है। डीएम ने इस मामले में शासन को रिपोर्ट सौंप दी है। जांच समिति ने बेसिक शिक्षा विभाग के कई कर्मचारियों को दोषी पाया है।

मामले में जिला समन्वयक और कम्युनिटी मॉनिटर को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। लखनऊ की वेदरत्नम कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। डीएम डॉ वीके सिंह ने सीडीओ, उपायुक्त उद्योग और कोषाधिकारी की जांच समिति बनाई थी।

बीएसए आशा चौधरी ने पहले स्पष्टीकरण में एक लिपिक को दोषी बताया। दूसरे स्पष्टीकरण में कंप्यूटर ऑपरेटर को जिम्मेदार ठहराया। जांच में पता चला कि दोनों के किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं थे।टेंडर में एक करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से 11 महीने का एग्रीमेंट होना था। लेकिन 12 महीने का कर दिया गया। इससे 25 लाख रुपए की हेराफेरी सामने आई। वेदरत्नम कंपनी पहले भी उन्नाव में गड़बड़ी के कारण ब्लैकलिस्ट हो चुकी है।कंपनी ने टेंडर के लिए 12 लाख रुपए अर्निंग मनी जमा करने का दावा किया। जांच में यह राशि जमा नहीं पाई गई। डीएम ने बताया कि रिपोर्ट गोपनीय है और अब शासन स्तर से आगे की कार्रवाई होगी।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts