फिटजी टैलेंट रिवार्ड परीक्षा देकर अपनी तैयारी का स्तर जानें और बढ़ाएं

नोएडा। फिटजी देश में प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले सर्वप्रमुख संस्थानों में एक रहा है। अपनी इस विरासत को मजबूत करते हुए यह वर्तमान में कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 और 11 के छात्रों के लिए फिटजी टैलेंट रिवॉर्ड परीक्षा (एफटीआरई) का आयोजन कर रहा है। परीक्षा 24 दिसंबर, 2023 और 07 जनवरी, 2024 को होगी। उम्मीदवार अपनी सुविधा से एक तिथि चुन कर इसमें भाग ले सकते हैं। यह परीक्षा केवल ऑफलाइन होगी। एफटीआरई परीक्षा को यह विशेष प्रारूप दिया गया है ताकि छात्रों की वास्तविक क्षमता सामने आए और वे तदनुसार तैयारी कर प्रतियोगिता परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करें और उसके बाद भी अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करें।

फिटजी नोएडा/ ग्रेटर नोएडा सेंटर के मैनेजिंग पार्टनर और सेंटर के प्रमुख रमेश बटलिश ने कहा, ‘‘एफटीआरई एक आम परीक्षा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। यह परीक्षा छात्रों को शिक्षा लेने का नया अनुभव देगी और उनके अंदर की क्षमता, वर्तमान क्षमता और वास्तविक झुकाव का आकलन कर शानदार सफलता के लिए तैयार करेगी। कक्षा 5 से 12 तक के हर विद्यार्थी को एफटीआरई परीक्षा देनी चाहिए चाहे वह जिस भी क्षेत्र में करियर बनाने का इच्छुक हो। मैं कभी भी फिटजी क्लास करने के इच्छुक प्रत्येक छात्र से फिटजी टैलेंट रिवार्ड परीक्षा देने का आग्रह करता हूं। शुरुआत जल्द करने के कई लाभ हैं। उन्हें बेहतर परिवेश में सीखने का अवसर मिलेगा। एफटीआरई से फिटजी क्लासरूम और इंटीग्रेटेड स्कूल प्रोग्राम में प्रवेश लेना आसान है। साथ ही फिटजी ई स्कूल के माध्यम से लाइव ऑनलाइन क्लासरूम प्रोग्राम में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इसलिए पूरे भारत के छात्रों के लिए आयोजित यह परीक्षा एक बड़ा अवसर है।’’ फिटजी टैलेंट रिवार्ड एग्जाम (एफटीआरई) प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को उनकी वास्तविक क्षमता समझने और बढ़ाने का अवसर देता है। उम्मीदवार रैंक पोटेंशियल इंडेक्स (आरपीआई) के माध्यम से जेईई मेन, जेईई एडवांस्ड, एनईईटी, विभिन्न ओलंपियाड और एनटीएसई जैसी परीक्षाओं में पूरे देश में उनकी संभावित रैंक का यथार्थ अनुमान प्राप्त करते हैं। उनके विश्लेषण कौशल, आईक्यू और एप्टिट्यूड का सटीक आकलन करने के साथ यह परीक्षा उम्मीदवारों को कांसेप्ट, विश्लेषण और स्वतः सोचने की शक्ति पर आधारित प्रश्नों का हल करने की क्षमता से अवगत कराती है। एफटीआरई के माध्यम से छात्र वैज्ञानिक प्रारूप पर तैयार प्रश्न पत्रों को हल करने का अनमोल अनुभव पाते हैं और यह प्रारूप भारत में राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धी और अन्य शैक्षिक परीक्षाओं के पैटर्न और अंक देने की योजनाओं से काफी मिलते हैं। इतना ही नहीं, एफटीआरई परीक्षा उनके प्रदर्शन का व्यापक विश्लेषण करते हुए कांसेप्ट, चैप्टर और विषय के अनुसार उनकी क्षमताओं और अक्षमताओं की बारीक जानकारी देती है। यह परीक्षा की मनोदशा का भी आकलन करती है और संभावित सुधार बताती है जिसका बहुत महत्व है।

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