ज्ञानवापी मामला

अब राजा भैया के पिता संभालेंगे मुकदमों की कमान

वाराणसी।
ज्ञानवापी केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है। मां शृंगार गौरी मुकदमे की वाद दायर करने वाली राखी सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की मांग की थी। अब राजधानी दिल्ली में भदरी राजपरिवार के उदय प्रताप सिंह यानी राजा भैया के पिता से मुलाकात के बाद राखी सिंह ने अपना फैसला बदल दिया है।
राखी के चाचा और विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा कि उनके घर पर आकर उदय प्रताप सिंह ने भरोसा जताया कि ज्ञानवापी से जुड़े मुकदमों की कमान अब वह खुद संभालेंगे। इसके साथ ही देश के अन्य राजपरिवार भी सनातन धर्म से जुड़े इस अहम मुद्दे पर एकजुटता के साथ राखी सिंह के साथ खड़े रहेंगे।
बता दें,राखी सिंह ने बीते मंगलवार को एक पत्र जारी किया था। राखी के अनुसार, वह मां शृंगार गौरी से संबंधित मुकदमे की मुख्य वादिनी हैं। मई 2021 से मुकदमे से जुड़ी उनकी सहयोगी महिलाओं और अधिवक्ता पिता-पुत्र के अलावा कुछ लोग उनके चाचा जितेंद्र सिंह विसेन और चाची किरन सिंह विसेन के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं।
राखी सिंह के अनुसार, उन्हें और उनके परिवार को हिंदू समाज में लगातार गद्दार घोषित करने का प्रयास किया जा रहा है।

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