प्राकृतिक खेती करने वालों को मिलेगी सब्सिडीः सीएम योगी


लखनऊ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोमवार को आजादी के अमृत महोत्सव पर नवोन्वेषी कृषि पर आयोजित कार्यशाला में वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित होने के साथ ही प्रदेश के किसानों का हौसला भी बढ़ाया। इस कार्यशाला आयोजन नीति आयोग ने किया था।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास देश की उपजाऊ भूमि का सर्वाधिक भाग है। मुझे प्रसन्नता है कि 2020-21 में उत्तर प्रदेश ने 619 लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न का उत्पादन कर देश में सर्वाधिक खाद्यान्न उत्पादन करने वाले राज्य के रूप में खुद को स्थापित किया। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि पहले चरण में सभी 18 मंडलों में मिट्टी टेस्टिंग लैब स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही मंडी में खाद्यान्न के लिए भी अलग से व्यवस्था बनाकर किसान भाइयों को इसका उचित मूल्य दिलाने का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब प्राकृतिक खेती के अनाज की ब्रांडिंग होगी। अब तो हम बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे। प्राकृतिक खेती पर आयोजित इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने बड़ी संख्या में कृषकों को प्राकृतिक खेती से जोडऩे और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए हमने सूबे के 1038 गांवों में ट्रेनिंग कैंप भी लगाए हैं। इनमें 56 हजार किसानों को ट्रेनिंग भी दी गई।
इस कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने प्राकृतिक खेती करने वालों को सब्सिडी देने की भी घोषणा की। प्राकृतिक खेती पर अपने विचार रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के कृषकों को ज्यादा लाभ है।
प्राकृतिक तौर पर खेती करने में किसानों को कम लागत में ज्यादा कमाई होगी। इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कृषि क्षेत्र को आधुनिक और नवोन्मेषी बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है। प्राकृतिक खेती के जरिए किसानों की आय बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है और इसके लिए हम किसानों को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं।

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